देश भर में कोयला आधारित ताप बिजलीघरों में करीब 59 हजार मीट्रिक टन बॉयोमास का इस्तेमाल सह-ईंधन के रूप में किया जाएगा। इससे पराली जलाने और ताप विद्युत संयंत्रों में कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। विद्युत मंत्रालय ने बताया है कि अकेले एनसीआर क्षेत्र में 21 हजार मीट्रिक टन बॉयोमास सह-ईंधन उपलब्ध है। मंत्रालय के अनुसार एक करोड़ 30 लाख मीट्रिक टन ईंधन से संबंधित निविदाएं विभिन्न चरणों में हैं। केन्द्रीय विद्युत सचिव ने कोयला आधारित ताप बिजलीघरों में बॉयोमास के इस्तेमाल संबंधी राष्ट्रीय मिशन की संचालन समिति की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बॉयोमास सह-ईंधन की स्थिति और ताप बिजलीघरों में ऐसे ईंधन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की।
देश में कोयला आधारित बिजलीघरों में 59 हजार मीट्रिक टन बॉयोमास का इस्तेमाल किया जाएगा
