नई दिल्ली में आज इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय समर स्मारक की ज्योति के साथ मिलाया जाएगा। इस अवसर पर आयोजित होने वाले समारोह की अध्यक्षता एकीकृत रक्षा स्टाफ प्रमुख करेंगे।
विश्व युद्ध में प्राणों की आहुति देने वाले भारत-ब्रिटेन के 70 हजार सैनिकों के सम्मान में इंडिया गेट का उद्घाटन 1931 में किया गया था। 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद अमर जवान ज्योति स्थापित की गई थी।
सरकारी सूत्रों ने कहा है कि अमर जवान ज्योति के बारे में भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही है। अमर जवान ज्योति बुझाई नही जा रही है बल्कि इसे राष्ट्रीय समर स्मारक पर प्रज्जवलित ज्योति के साथ मिलाया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि अमर जवान ज्योति पर 1971 और अन्य युद्धों के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई है लेकिन इन शहीदों के नाम वहां अंकित नहीं है।
इंडिया गेट पर केवल कुछ शहीदों के नाम अंकित हैं जो प्रथम विश्वयुद्ध और एंग्लो अफगान युद्ध में अंग्रेजों के लिए लड़े थे। सरकारी सूत्रों ने कहा कि 1971 और इसके पहले तथा बाद के युद्धों सहित सभी युद्धों के सभी भारतीय शहीदों के नाम राष्ट्रीय समर स्मारक में अंकित किए गए हैं, इसलिए वहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।