वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के दिशा-निर्देश में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने भारत में उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा बढ़ाने के लिये महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। पीयूष गोयल ने बीआईएस की गतिविधियों की समीक्षा करने के लिये बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उपभोक्ता कार्य विभाग के सचिव, बीआईएस के महानिदेशक तथा उपभोक्ता कार्य विभाग, केंद्र सरकार और बीआईएस के अधिकारी उपस्थित थे। तीन मार्च, 2023 को नई दिल्ली के मानक भवन में आयोजित इस बैठक में पीयूष गोयल ने बीआईएस को निम्नलिखित कार्य करने का निर्देश दियाः
- बीआईएस देश में परीक्षण अवसंरचना को बढ़ायेगा।
- वह उपभोक्ता सुरक्षा के लिए उपयोग किए जाने वाले घटकों की महत्ता के आधार पर उत्पाद परीक्षण और बाजार निगरानी की बारंबारता बढ़ायेगा। बीआईएस को प्रयोगशाला निरीक्षण की बढ़ानी चाहिये।
- भारतीय मानक ब्यूरो उत्पाद सुरक्षा सुनिश्चित करने और देश में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रेशर कुकर, हेलमेट और अन्य उपभोक्ता उत्पादों जैसे विभिन्न उत्पादों के लिए बाजार निगरानी बढ़ाएगा।
- बीआईएस विभिन्न सरकारी योजनाओं को मद्देनजर रखते हुये मानकों का नक्शा तैयार करेगा और नागरिकों के बीच पहुंच बढ़ाने और गुणवत्ता जागरूकता की संस्कृति विकसित करने के लिए सरल और स्थानीय भाषाओं में पुस्तिकाओं का प्रकाशन करेगा।
- बीआईएस ने आने वाले समय में 663 उत्पादों के लिए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) का प्रस्ताव किया है। वर्तमान में, क्यूसीओ के तहत 462 उत्पाद शामिल हैं।
- बीआईएस देश में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता और संस्कृति विकसित करने के अपने प्रयासों में कॉलेज के छात्रों/एनसीसी कैडेटों/स्काउट्स को शामिल करेगा।
बीआईएस ने सूक्ष्म स्तरीय इकाइयों के लिये प्रमाणीकरण/न्यूनतम मुद्रण शुल्क में 80 प्रतिशत रियायत दी है। इसी तरह, उत्तर-पूर्व राज्यों में स्थित इकाइयों के लिये प्रमाणीकरण में अतिरिक्त दस प्रतिशत की रियायत जारी रहेगी।
इसके अलावा, एक अप्रैल 2023 से, एचयूआईडी के साथ केवल सोने के आभूषणों की बिक्री की अनुमति दी जाएगी।
पीयूष गोयल ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत में सभी उत्पाद उच्चतम गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को पूरा करते हों। ये उपाय सूक्ष्म स्तर की इकाइयों को बढ़ावा देंगे, परीक्षण बुनियादी ढांचे को बढ़ाएंगे, और नागरिकों के बीच गुणवत्ता के प्रति जागरूकता की संस्कृति विकसित करेंगे।