मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा है कि कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनावों में नए मतदाताओं का पंजीकरण करने और मतदान में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित रहेगा। वह आज राज्य की तीन दिन की यात्रा के अंत में बंगलुरू में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। यात्रा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव संबंधी अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया।
राजीव कुमार ने बताया कि राज्य में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या पांच लाख 55 हजार हो गई है जबकि वर्ष 2018 में यह दो लाख 15 हजार थी। इन चुनावों में प्रथम बार मतदान करने वाले व्यक्तियों की संख्या अभी तक नौ लाख 17 हजार 241 दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि जेनू कुरूबा और कोरागस जैसे आदिवासी समुदाय को मतदान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा और 40 जातीय मतदान केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक हजार 320 मतदान केन्द्रों का संचालन महिलाएं करेंगी। इसी तरह 224 मतदान केन्द्रों का प्रभार युवाओं को और 224 का प्रभार दिव्यांगों को दिया गया है। उन्होंने बताया कि 240 आदर्श मतदान केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
राजीव कुमार ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में घटता मतदान प्रतिशत चिंता का विषय है और इसे बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 29 हजार 141 मतदान केन्द्रों पर ऑन लाइन निगरानी के लिए वेब कॉस्टिंग होगी।