रक्षा मंत्रालय ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों की उपस्थिति में अग्निपथ योजना लांच की। रक्षा मंत्रालय ने अनुसार, सशस्त्र बलों में नियमित कैडर के रूप में नामांकन के लिए चुने गए व्यक्तियों को न्यूनतम 15 वर्षों की अतिरिक्त कार्य अवधि के लिए सेवा करने की आवश्यकता होगी। 4 साल की कार्य अवधि पूरी होने पर ‘अग्निवर’ को एकमुश्त ‘सेवानिधि’ पैकेज का भुगतान किया जाएगा, जो आयकर से मुक्त होगा। ग्रेच्युटी और पेंशन लाभ का कोई अधिकार नहीं होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, अग्निपथ योजना से रोजगार का अवसर बढ़ेगा। अग्निवीरों के लिए इस योजना में वेतन का एक अच्छा पैकेज, 4 साल की सेवा एक्जिट पर सेवा निधी पैकेज एवं एक लिबरल डेथ और डिसेबिलिटी पैकेज की भी व्यवस्था की गई है। अग्निवीर सेवा के दौरान अर्जित कौशल एवं अनुभव से युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त होगा। इससे अर्थव्यवस्था को भी उच्च कुशल कार्यबल की उपलब्धता होगी जो उत्पादकता लाभ और सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में सहायक होगा। भारतीय सेनाओ को विश्व की बेहतरीन सेना बनाने के लिएआज सुरक्षा संबंधी कैबिनेट कमेटी ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। हम अग्निपथ नामक एक योजना ला रहे हैं जो हमारी सेना में परिवर्तनकारी बदलाव कर उन्हें पूरी तरह से आधुनिक और सुसज्जित बनाएगी।