नई दिल्ली में आज भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने संवादाताओं से आग्रह किया कि वे इन प्रौद्योगिकियों के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बारे में लोगों को जागरुक और शिक्षित करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि AI के जमाने में जिस प्रकार से डीपफेक फैल रहा है, वह एक बड़ा संकट है। ये समाज में असंतोष की आग भी बहुत तेजी से फैला सकता है। इस बारे में हमारे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को एजुकेट करें कि डीपफेक है क्या, कितना बड़ा संकट पैदा कर सकता है और इसके प्रभाव क्या हो सकता हैं, उसको उदाहरणों के साथ लोगों को बताया जाए।
प्रधानमंत्री ने विकसित भारत की परिकल्पना पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि अब यह एक जमीनी हकीकत है। प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए पूरी तरह सक्षम है। लोकल फॉर वोकल की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह त्योहारों के दिनों में चार लाख पचाह हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के ठोस प्रयासों के कारण हाल के वर्षों में 13 लाख 50 हजार से अधिक लोग गरीबी से बाहर आए हैं। कोविड महामारी के दौरान लोगों की कठिनाइयों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कई पत्रकारों और उनके परिजनों के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने 40 वर्ष की आयु के बाद नियमित रूप से चिकित्सा जांच कराने पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री ने लोगों को छठ के पर्व पर बधाई भी दी।