PMBJP के तहत पिछले नौ वर्षों में जन औषधि केंद्रों की संख्या में 100 गुना और दवाओं की बिक्री में 150 गुना से अधिक की वृद्धि हुई

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) के तहत पिछले नौ वर्षों में जन औषधि केंद्रों की संख्या में 100 गुना और दवाओं की बिक्री में 150 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। सभी को सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं। यह योजना 2008 में रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा शुरू की गई थी।

आकाशवाणी से विशेष बातचीत में फार्मास्युटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया -PMBI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि दाधीच ने कहा कि इस योजना ने नागरिकों को पिछले नौ वर्षों में अपने दवा बिलों पर लगभग 20 हजार करोड़ रुपये बचाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस साल के अंत तक जनऔषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाकर दस हजार करने का लक्ष्य रखा है।

हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि देश भर में नौ हजार 400 से अधिक जन औषधि केंद्र काम कर रहे हैं जहां दवाएं ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत सस्ती दरों पर बेची जा रही हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के उत्पाद में एक हजार आठ सौ दवाएं और 285 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं।