पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग तथा आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संस्थान (आईएमआई) का दौरा किया और विद्यार्थी कैडेटों के साथ बातचीत की। इसके साथ ही सर्बानंद सोनोवाल ने उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित संस्थान में बुनियादी ढांचे और अन्य सुविधाओं की समीक्षा भी की।
सर्बानंद सोनोवाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, “भारत एक चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक समय में प्रवेश कर रहा है जहां हम सभी अपने संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं और भारत को आत्मनिर्भर बनाने और वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित अद्भुत परिकल्पना को प्राप्त करने के लिए राष्ट्र निर्माता बन सकते हैं। भारत की समुद्री यात्रा, जो किसी भी देश की वृद्धि और विकास के लिए जीवन रेखा है, यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है कि विकास का मार्ग निर्बाध बना रहे। भारत को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और शीर्ष समुद्री कौशल, उत्कृष्ट समुद्री बुनियादी ढांचे और शानदार समुद्री व्यापार के साथ इसे अपनाना चाहिए। भारत एक कुशल समुद्री क्षेत्र के साथ, क्षेत्रीय और साथ ही वैश्विक समुद्री क्षेत्र में व्यापक अवसरों की खोज में लगातार प्रगति करने के लिए तैयार है। समुद्री क्षेत्र में हमारे देश के युवाओं का हमारा प्रशिक्षण अव्वल दर्जे का होना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है कि हम भारत को विकसित करने और समृद्ध बनाने के लिए सर्वोत्तम अवसरों को सुरक्षित करने के लिए अपनी प्रतिभा पूल को पुनर्जीवित करें और अपनी समुद्री प्रतिभा का पोषण करें।”
केंद्रीय मंत्री महोदय ने परिसर सुविधाओं, जहाज सिम्युलेटर कक्ष, अग्निशमन स्थल, स्विमिंग पूल आदि सहित संस्थान में बुनियादी ढांचे का भी दौरा किया और समीक्षा की। उनके साथ पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संस्थान (आईएमआई) समूह के अधिकारी भी उपस्थित थे।