स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के हल्के और बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए घर में ही पृथकवास से संबंधित नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविड रोगी को घर के अन्य सदस्यों से अलग रहने, विशेष रूप से बुजुर्गों और अन्य रोगों से पीडित लोगों से दूर रहना है। रोगी के लिए पल्स ऑक्सीमीटर और रक्त में ऑक्सीजन के स्तर की बराबर निगरानी रखने की सलाह दी गयी है। रोगी और उसकी देखभाल करने वालों में गंभीर लक्षण या लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी गई है। संक्रमण के लक्षणों में तीन दिन से अधिक समय तक 100 डिग्री से अधिक बुखार, सांस लेने में कठिनाई, ऑक्सीजन स्तर में गिरावट, छाती में दर्द और गंभीर थकान आदि शामिल हैं। रोगी की देखभाल करने वालों को ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क पहनना चाहिए और रोगी के संपर्क में आने के बाद हाथ धोते रहना चाहिए।
दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि मरीजों को डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए और पृथकवास के दौरान किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिला और उप-जिला नियंत्रण कक्षों को चालू किया जाएगा और उनके टेलीफोन नंबरों को सार्वजनिक रूप से प्रचारित किया जाना चाहिए ताकि घर पर पृथकवास में रह रहे लोग जरूरत पड़ने पर नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकें। ये नियंत्रण कक्ष घर पर पृथकवास में रह रहे रोगियों की स्थिति की निगरानी के लिए फोन कॉल कर करेंगे। जिला प्रशासन पृथकवास के रोगियों की दैनिक आधार पर निगरानी भी करेगा।