तरलता और बोलीदाताओं की क्षमता को बढ़ावा देने के लिए, एनएचएआई ने टोल ऑपरेट ट्रांसफर (टीओटी) बंडल 14 की आगामी बोली के मुद्रीकरण कार्यक्रम के लिए इंश्योरेंस श्योरिटी बॉन्ड स्वीकार कर लिया है। ऐसा पहली बार होगा, जब इस नवीन साधन का उपयोग बोलियों के मुद्रीकरण के लिए सड़क अवसंरचना क्षेत्र में बैंक गारंटी (बीजी) के रूप में किया जा रहा है। एनएचएआई इस पहल को लागू करने के लिए हाईवे ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एचओएआई), एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एओएन इंडिया इंश्योरेंस के साथ मिलकर काम कर रहा है।
बीमाकर्ता द्वारा बिना किसी मार्जिन मनी के टीओटी बंडल 14, 0.25 प्रतिशत की दर से एनएचएआई मुद्रीकरण बोली के लिए इंश्योरेंस श्योरिटी बॉन्ड जारी किया गया है। यह रियायत प्राप्तकर्ताओं के लिए बड़ी बचत में तब्दील होगा, जो बाजार में तरलता को और बढ़ाएगा, जिससे सड़क क्षेत्र की वृद्धि और विकास के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा मिलेगा।
इंश्योरेंस श्योरिटी बॉन्ड जारी करना इस उद्योग के लिए एक नया मानदण्ड स्थापित करेगा, जो सड़क अवसंरचना के विकास के विकसित हो रहे परिदृश्य में नवीन वित्तीय समाधानों के महत्व पर प्रकाश डालता है। यह राजमार्ग क्षेत्र में निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करेगा और ‘कारोबार करने में सुगमता’ की दिशा की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
2022 के बाद से, एनएचएआई को 15,000 करोड़ रुपये की राशि की 1,665 बैंक गांरटी (बीजी) प्राप्त हुई है। बड़ी मात्रा में बीजी, बीमा कंपनियों के लिए, एक बड़ा अवसर प्रदान करता है और श्योरिटी बॉन्ड को व्यापक रूप से अपनाने से सड़क परियोजनाओं के लिए पूंजी की उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने बीमा कंपनियों और ठेकेदारों से अनुरोध किया है कि वे बोली सिक्युरिटी और/अथवा निष्पादन सिक्युरिटी प्रस्तुत करने के एक अतिरिक्त माध्यम के रूप में इंश्योरेंस श्योरिटी बॉन्ड का उपयोग करें। अब तक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के विभिन्न ठेकों के लिए, 40 से अधिक श्योरिटी बॉन्ड जारी किए गए हैं।
इंश्योरेंस श्योरिटी बॉन्ड ऐसे साधन हैं, जहां बीमा कंपनियां ‘जमानती’ के रूप में कार्य करती हैं और वित्तीय गारंटी प्रदान करती हैं कि ठेकेदार राज़ी शर्तों के अनुसार अपने दायित्व को पूरा करेगा। वित्त मंत्रालय, भारत सरकार ने सभी सरकारी खरीद के लिए ई-बीजी और बीमा गारंटी को बैंक गारंटी के बराबर कर दिया है।
इंश्योरेंस श्योरिटी बॉन्ड जैसे साधन राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास को मजबूत करने में मदद करेंगे, जिसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।