पंजाब में कल दिनभर हुई वर्षा से लोगों को धुंध से राहत मिली है और राज्य के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक में काफी सुधार हुआ है। राज्य में, खेतों में पराली जलाने के मामले घटकर छह रह गए हैं, राज्य के मुख्य पर्यावरण अभियंता क्रूनेश गर्ग के अनुसार, 9 नवंबर तक राज्य के चार हजार चार सौ 22 किसानों पर पराली जलाने के आरोप में जुर्माना लगाया गया।
इन सभी मामलों में कुल 11 करोड़ 26 लाख रुपये से अधिक का पर्यावरण मुआवजा किसानों पर लगाया गया है, इसमें से अभी तक 11 लाख 50 हजार रुपये की वसूली की गई है। राज्य में सबसे अधिक पर्यावरणीय मुआवजा सीमावर्ती जिलों अमृतसर में 894 किसानों और तरनतारन में 885 किसानों पर लगाया गया था। इन दोनों जिलों की यह संख्या पर्यावरण मुआवजे के कुल मामलों का करीब 40 फीसदी बनती है। इसके अतिरिक्त 370 मामलों में किसानोंके खसरा गिरदावरी में रेड प्रविष्टियां की गई हैं जबकि भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत 67 प्राथमिकतियां भी दर्ज की गई हैं।