नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन का उद्घाटन किया। पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री शेख हसीना के कुशल नेतृत्व में बांग्लादेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। हर भारतीय को इस पर गर्व है और हमें खुशी है कि हम बांग्लादेश की इस विकास यात्रा में योगदान दे पाए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत-बांग्लादेश संबंधों में आज एक नए अध्याय की शुरूआत हुई है। भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन की नींव हमने सितंबर 2018 में रखी थी। मुझे ख़ुशी है कि आज प्रधानमंत्री शेख हसीना जी के साथ इसका उद्घाटन करने का अवसर आ गया। यह भी संतोष का विषय है कि कोविड महामारी के बावजूद भी इस प्रोजेक्ट का काम जारी रहा। इस पाइपलाइन से उत्तरी बांग्लादेश के विभिन्न जिलों को एक मिलियन मीट्रिक टन हाई स्पीड डीजल की आपूर्ति की जा सकेगी।
भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन
यह भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पार पहली ऊर्जा पाइपलाइन है, जिसे 377 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया गया है, जिसमें से पाइपलाइन के बांग्लादेश में निर्मित हिस्से पर लगभग 285 करोड़ रुपये की लागत आई है जिसे अनुदान सहायता के तहत भारत सरकार ने वहन किया है।
पाइपलाइन में प्रति वर्ष 1 मिलियन मीट्रिक टन हाई-स्पीड डीजल (एचएसडी) पहुंचाने की क्षमता है। यह शुरुआत में उत्तरी बांग्लादेश के सात जिलों में हाई स्पीड डीजल की आपूर्ति करेगी।
भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन के संचालन से भारत से बांग्लादेश तक एचएसडी लाने-ले जाने का एक स्थायी, विश्वसनीय, किफायती और पर्यावरण अनुकूल साधन स्थापित होगा और दोनों देशों के बीच ऊर्जा सुरक्षा में सहयोग को और बढ़ाएगा।