श्रीलंका के विदेश मंत्री एम यू एम अली साबरी ने कहा है कि वर्ष 2024 तक कोलोम्बो बन्दरगाह का पहला चरण पूरा हो जायेगा और वहां से जहाजों की आवाजाही शुरू हो जायेगी। हमारे संवाददाता के साथ एक विशेष भेंट में अली साबरी ने कहा कि कोलोम्बो बन्दरगाह में जहाजों की आवाजाही का साठ-सत्तर प्रतिशत का संबंध भारत से है।
उन्होंने यह भी बताया कि बन्दरगाह के पश्चिमी कंटेनर ट्रमिनल के निवेशक के बारे में जहां तक निर्णय लेने का प्रश्न है इससे भारत सरकार का कोई संबंध नहीं है। ये श्रीलंका का आंतरिक मामला है वे ही इस बारे में निर्णय लेगा। इस बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि शुरूआती दौर में पश्चिम कंटेनल ट्रमिनल के विकास में श्रीलंका, भारत और जापान शामिल थे।
अली साबरी ने कहा कि वर्ष 2021 के शुरू में श्रीलंका ने इस बन्दरगाह के विकास का कार्य स्वयं करने का निर्णय लिया था। इसके बाद अदाणी समूह ने इसमें अपनी रूचि दिखाई। उस समय श्रीलंका सरकार ने अदाणी ग्रुप के साथ समझौते के बारे में बातचीत करना जरूरी समझा था। अली साबरी ने ऊर्जा हब के तौर पर ट्रेनकोमाली सहित अन्य विकास के मामलों को जरूरी समझा था। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग और विकास के अन्य क्षेत्रों में कार्य किए जायेंगें।