अमेरिका और रूस के बीच यूक्रेन मुद्दे को लेकर तीखी बयानबाजी जारी है। अमेरिका की उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मेन ने रूस को चेतावनी दी है कि उसे पश्चिमी देशों के साथ कूटनीति या टकराव में से कोई एक विकल्प चुनना होगा। वेंडी शर्मेन नैटो देशों और रूस के बीच हुई वार्ता के बाद बोल रही थीं। यूक्रेन मुद्दे पर तनाव घटाने के उद्देश्य से इस सप्ताह तीन कूटनीतिक वार्ताओं का आयोजन किया गया है। यह वार्ता उनमें से एक है।
रूस के उप विदेश मंत्री एलेक्ज़ेंडर ग्रुश्खो ने कहा कि नाटो अपने हित के लिए रूस की कौन सी मांग स्वीकार करनी, यह तय नहीं कर सकता। रूस की मांगों में यूक्रेन को कभी नाटो का सदस्य नहीं बनाना शामिल है। वेंडी शर्मेन ने दोहराया कि अमेरिका और नाटो के अन्य सदस्य यूक्रेन के प्रवेश को वीटो करने के लिए कभी सहमत नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस सैन्य गठबंधन की खुली नीति है। नाटो में शामिल होने का लक्ष्य यूक्रेन के संविधान में निहित है। खबर है कि लगभग एक लाख रूसी सैनिक यूक्रेन सीमा के पास तैनात है जिससे आक्रमण की आशंका उत्पन्न हो गई है।