बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही आज हंगामे के साथ शुरू हुई

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही आज हंगामे के साथ शुरू हुई। सत्ताधारी गठबंधन की ओर से सीपीआई माले के सदस्यों ने इजरायल हमास के युद्ध में मारे गये फिलिस्तीनी नागरिकों को सदन में श्रद्धांजलि देने की मांग की जिसका विपक्षी भाजपा सदस्यों ने विरोध किया। इस मुद्दे को लेकर सदन में दोनों ओर से काफी देर तक नारेबाजी होती रही है। अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की। शोरगुल के बीच अध्यक्ष ने विधानसभा और विधान परिषद के पूर्व दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सभी सदस्यों से सत्र को सार्थक बनाने और अधिक से अधिक लोकहित के मुद्दे उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सदस्यों को संसदीय गरिमा और परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए।

राज्य के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने चालू वित्त वर्ष के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट को सदन के पटल पर रखा। इसके अलावा बिहार जीएसटी द्वितीय संशोधन विधेयक को भी सदन के पटल पर रखा गया। इधर, विधान परिषद की कार्यवाही आज सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के संबोधन के साथ शुरू हुई। सभापति ने सदस्यों ने चालू सत्र के दौरान सदन के संचालन में सहयोग की अपील की।

विधानसभा का शीत सत्र 10 नवंबर तक चलेगा। कल सरकार की ओर से दोनों सदनों में जाति आधारित सर्वे के सामाजिक आर्थिक आंकड़ों से संबंधित रिपोर्ट पेश की जायेगी। जाति आधारित सर्वे और बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में कथित गड़बड़ियों को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने सदन में मुद्दा प्रमुखता से उठाने की बात कही है। इसे लेकर सत्र के हंगामेदार रहने के आसार है।