आज सेना दिवस है। यह दिन फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा के भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ का पदभार ग्रहण करने की याद में मनाया जाता है। उन्हें भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ, जनरल फ्रांसिस बुचर के स्थान पर 15 जनवरी, 1949 को कमांडर इन चीफ बनाया गया था।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सेना दिवस पर वर्तमान और पूर्व सैनिकों को बधाई दी है। राष्ट्रपति ने कहा है कि सैनिकों ने सीमाओं की रक्षा और शांति बनाए रखने में पेशेवर कुशलता, बलिदान और वीरता का उत्क़ृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र उनकी सेवाओं के लिए आभारी है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय सेना अपनी बहादुरी, कर्तव्य परायणता और अटूट देशभक्ति के लिए जानी जाती हैं। उसकी निस्वार्थ सेवा के लिए राष्ट्र उसका ऋणी है।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के अमूल्य योगदान को शब्दों में अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता। देश को इन पर गर्व है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने सभी वीर जवानों और उनके परिजनों को सेना दिवस की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति सैनिकों की निस्वार्थ सेवा और समर्पण पर देशवासियों को गर्व है।