प्रदूषण ने तोड़ा सात साल का रिकार्ड, केंद्र ने कहा – पराली सबसे बड़ी वजह अमर उजाला सहित सभी अखबारों में है। पत्र कहता है कि कैबिनेट सचिव ने की दिल्ली और चार राज्यों के मुख्य सचिवों संग बैठक। नवभारत टाइम्स ने प्रदूषण को कम करने के लिए कृत्रिम बारिश की विस्तार से जानकारी देते हुए लिखा है दो चरणों में होगी क्लाउड सीडिंग। दैनिक जागरण की यह खबर चिंतित करती है कि पक्षियों को अंधा बना रहा है प्रदूषण। पत्र के अनुसार एक सौ से अधिक पक्षी रोज हो रहे बीमार, आंखे लाल होने के साथ ही, निकल रहा है आंखों से पानी। आज से शुरू दीपोत्सव पर सभी अखबारों ने सजे हुए बाजार के चित्र दिए हैं।
राजस्थान पत्रिका कहता है कि वोकल फोर लोकल पर ज़ोर। पत्र को लगता है 50 हजार करोड़ का होगा खुदरा कारोबार। दैनिक भास्कर की सुर्खी है – एक देश एक रंग यही है रोशनी का संदेश। नवभारत टाइम्स ने लिखा है अयोध्या दीपोत्सव को देश-विदेश से जोड़ने की तैयारी। अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रहा हानिकारक खानपान और कुपोषण, हिन्दुस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन की इस रिपोर्ट को प्रमुखता से दिया है।
दैनिक भास्कर की खास खबर है कि दुनियाभर में ढाई प्रतिशत लोग बेकार सामान को भी न फेंकने की समस्या से ग्रसित हैं। पत्र कहता है कि अगर आप हर सामान सहेज कर रख रहे हैं तो ये होर्डिंग डिसआर्डर हो सकता है। पत्र ने जेनेटिक बीमारी बताते हुए लिखा है कि इसके लिए सोच बदलने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। नवभारत टाइम्स ने विशेष आलेख में लिखा है कि कृत्रिम बुद्धिमता -एआई की मांग बढ़ती जा रही है।