संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने म्यांमा में बढ़ते संघर्ष पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सभी पक्षों से मानवीय सहायता की अपील की। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार संघर्ष से विस्थापित लोगों की संख्या 20 लाख तक पहुंच गई है।
इस बीच, देश के सैन्य शासक ‘जुंटा’ के प्रवक्ता ज़ॉ मिन तुन ने कहा कि शॉन, काह्या और राखेन राज्य में सेना को बड़ी संख्या में सशस्त्र विद्रोहियों के हमलों का सामना करना पड़ रहा है। जुंटा ने सभी सरकारी कर्मचारियों और सैन्य अनुभव वाले लोगों को आपात स्थिति में सेवा के लिए तैयार रहने का भी आदेश दिया है।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि वालंटियर पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज- पीडीएफ ने शॉन राज्य में सेना की असफलताओं का फायदा उठाने के लिए हमले शुरू कर दिये हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी म्यांमा में करेन नेशनल यूनियन भी थाई सीमा के महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग पर सैन्य ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई बढ़ा रही है।