उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आज अन्नकूट पर्व पर ठीक 11 बजकर 45 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चारण और पूरे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर देश-विदेश से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए।
इस वर्ष 9 लाख 4 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगोत्री में मां गंगा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। कपाट बंद होने के साथ ही मां गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना हो गयी है। आज रात डोली का निवास मार्कंडेय मंदिर में होगा, जबकि कल सुबह डोली मुखवा गांव पहुंचेगी। श्री पञ्च गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने बताया कि अब अगले छह महीने तक श्रद्धालु मुखवा में मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे।
गौरतलब है कि धाम के कपाट बंद होने से पहले मंदिर को कई क्विंटल फूलों से सजाया गया था। वहीं, केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट कल भैया दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद कर दिए जाएंगे। इससे पहले दोनों धामों में विशेष पूजाएं शुरू हो गयी हैं। वहीं मंदिरों को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया गया है। साथ ही सुरक्षा के कड़े बंदो-बस्त किए गये हैं।