योग और ध्‍यान, अलजाइमर रोग से निपटने में काफी लाभदायक: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान का अध्ययन

अध्‍ययनों में पता चला है कि योग और ध्‍यान, अलजाइमर रोग से निपटने में काफी लाभदायक हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान की डॉ. रीमा डाडा और डॉ. मंजरी त्रिपाठी ने बताया है कि संस्‍थान में किये गये अध्ययन के अनुसार योग और ध्‍यान से मस्तिष्‍क की कार्यक्षमता बढ़ाने और स्‍मरण शक्ति खत्‍म होने वाले रोग के उपचार में मदद मिलती है। उन्‍होंने इस बात का उल्‍लेख भी किया कि योग और ध्‍यान से मेलाटोनिन जैसे रसायनों के निकलते हैं जिससे अच्‍छी नींद आती है।

उन्‍होंने यह भी बताया कि संतुलित भोजन और स्‍वास्‍थ्‍यकर जीवन शैली के साथ योग और ध्‍यान से उम्र के बढ़ते असर, तनाव और अन्‍य समस्‍याओं से निपटने में भी मदद मिलती है। योग और ध्‍यान में आसन, प्राणायाम और सूर्य नमस्कार शामिल है। उन्‍होंने कहा कि हर रोगी को अलग दिनचर्या का पालन करना चाहिए। डॉ.त्रिपाठी ने इस बात पर भी जोर दिया की अल्जाइमर का समय से पता लगना आवश्‍यक है।

उन्‍होंने बताया कि पैंतालीस वर्ष से अधिक उम्र के किसी भी व्‍यक्ति को यदि इसके हल्‍के लक्षणों का अनुभव हो तो वह स्‍थाई तौर पर नुकसान से बचने के लिए इस सिलसिले में अपनी जांच करा सकता है। व्‍यक्ति के बर्ताव, व्‍यक्तित्‍व और सामाजिक गतिविधियों में बदलाव से अल्जाइमर का पता लगाया जा सकता है। यदि अवसाद का उपचार नहीं किया गया तो इससे मतिभ्रम का रोग हो सकता है। इन सबके उपचार के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्‍ध है। साथ ही रोगियों को स्‍वयं समय समय पर अस्‍पताल जाकर रक्‍त की जांच जैसे आधारभू‍त परीक्षण करवा लेने चाहिए।