APEDA ने भारतीय जैविक उत्पादों को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) ने संयुक्त अरब अमीरात के अर्थव्यवस्था मंत्रालय में विदेश व्यापार राज्य मंत्री और प्रतिभा आकर्षण और अवधारण प्रभारी मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जेयोदी की उपस्थिति में मध्य पूर्व और एशिया की एक प्रमुख खुदरा श्रृंखला, लुलु ग्रुप इंटरनेशनल (एलएलसी) के साथ 10 सितंबर 2024 को मुंबई में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
समझौते के तहत लुलु ग्रुप, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अपने आउटलेट्स में प्रमाणित भारतीय जैविक उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को रखेगा। भारत में जैविक उत्पादकों जैसे, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), किसान उत्पादक कंपनियों (एफपीसी) और सहकारी समितियों तथा लुलु समूह के बीच संपर्क बढ़ाकर एपीईडीए इन प्रयासों में मदद करेगा। इससे भारतीय जैविक उत्पादों की पहुंच व्यापक होकर वैश्विक स्तर तक पहुंच पाएगी।
समझौता ज्ञापन में कई प्रमुख पहलों पर ज़ोर दिया गया है, जिनमें नेशनल प्रोग्राम फॉर ऑर्गेनिक प्रोडक्शन (एनपीओपी) के तहत, प्रमाणित भारतीय जैविक उत्पादों के लिए लुलु हाइपरमार्केट में समर्पित शेल्फ स्पेस, प्रोडक्ट सैंपलिंग, संवादात्मक कार्यक्रम और उपभोक्ता द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के लिए कार्यक्रम, क्रेता-विक्रेता बैठक (बीएसएम), बी2बी बैठकें और व्यापार मेले शामिल हैं, ताकि जैविक निर्यात को और बढ़ावा दिया जा सके और भारतीय जैविक उत्पादों के लाभों के बारे में अधिक जागरूकता पैदा की जा सके। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय खुदरा बाजार की समझ बढ़ाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात में लुलु ग्रुप के बुनियादी ढांचों में भारतीय एफपीओ/एफपीसी और सहकारी समितियों के लिए एक्सपोजर विजिट को भी इसमें शामिल किया गया है।
इस साझेदारी से भारतीय जैविक उत्पादों की वैश्विक स्तर पर पहुंच में और इजाफा होगा और भारतीय उत्पादकों और वैश्विक उपभोक्ताओं के बीच मजबूत संपर्क साधते हुए भारत में जैविक खेती के विकास में और मदद मिलेगी। भारत से, पूर्व निर्धारित कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदारी एपीडा के पास है। यह जैविक उत्पादन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीओपी) के सचिवालय के तौर पर भी कार्य करता है, जो भारत से जैविक निर्यात को संचालित करने वाली एक नियामक संस्था है।
इस रणनीतिक साझेदारी का मकसद, लुलु ग्रुप के हाइपरमार्केट और रिटेल आउटलेट्स के विशाल नेटवर्क के ज़रिए अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारतीय जैविक उत्पादों को बढ़ावा देना है।