कोयला मंत्रालय को वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के 10वें दौर के तहत पेश की गई कोयला खदानों के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें कुल 44 बोलियाँ भौतिक रूप में प्रस्तुत की गई। बोलियों की पर्याप्त संख्या भारत के उभरते कोयला क्षेत्र में हितधारकों की निरंतर रुचि और भागीदारी को रेखांकित करती है।
कोयला मंत्रालय द्वारा 21 जून, 2024 को शुरू की गई नीलामी के 10वें दौर में वाणिज्यिक खनन के लिए 67 कोयला खदानों की पेशकश की गई। नीलामी प्रक्रिया में छोटे और मध्यम भागीदारों की प्रमुख भूमिका रही, जो नीलामी प्रक्रिया की समावेशी प्रकृति को दर्शाता है। यह समावेशिता इस बात पर प्रकाश डालती है कि भागीदारों के आकार की परवाह किए बिना कोयला क्षेत्र में सुधारों को पूरे उद्योग में अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। इस तरह की उत्साही भागीदारी भारत में अधिक खुले और प्रतिस्पर्धी कोयला बाजार बनाने के मंत्रालय के प्रयासों का प्रमाण है।
बोली जमा करने की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर, 2024 थी, जो बोली जमा करने के चरण के समापन बताती है। नीलामी प्रक्रिया के दौरान प्राप्त ऑनलाइन बोलियाँ, नामित प्राधिकरण के कार्यालय में जमा की गई ऑफ़लाइन बोलियों के साथ, बोलीदाताओं की उपस्थिति में 21 अक्टूबर, 2024 को खोली जाएंगी, ताकि मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।
नीलामी के इस दौर को मिली मजबूत प्रतिक्रिया देश को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है। विभिन्न प्रकार के प्रतिभागियों को शामिल करके, मंत्रालय का लक्ष्य कोयला उत्पादन को और बढ़ाना, विभिन्न क्षेत्रों के लिए कोयले की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करना, जिससे देश की ऊर्जा सुरक्षा को समर्थन मिले और कोयले के आयात पर निर्भरता कम हो। कोयला मंत्रालय कोयला क्षेत्र के लिए एक गतिशील और प्रतिस्पर्धी माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि अर्थव्यवस्था की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए कोयला संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।