कोयला मंत्रालय ने अक्टूबर 2024 के दौरान कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जो 84.45 मिलियन टन (एमटी) तक पहुंच गया है। पिछले वर्ष इसी महीने में यह उत्पादन 78.57 एमटी था, जो 7.48 प्रतिशत की वृद्धि है। अधिकृत (कैप्टिव) और अन्य संस्थाओं से कोयला उत्पादन में भी पर्याप्त वृद्धि देखी गई, जो पिछले साल की इसी अवधि के 11.70 एमटी की तुलना में अक्टूबर 2024 में बढ़कर 16.59 एमटी हो गया, जो 41.75 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है। अक्टूबर 2024 तक वित्त वर्ष के लिए कोयला उत्पादन 537.45 एमटी तक पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि के 506.56 एमटी से 6.10 प्रतिशत अधिक है।
अक्टूबर 2024 में कोयला ढुलाई में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 82.89 एमटी तक पहुंच गयी, जो अक्टूबर 2023 में दर्ज 79.25 एमटी से 4.60 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। अधिकृत (कैप्टिव) और अन्य संस्थाओं से कोयला ढुलाई भी अक्टूबर 2024 में बढ़कर 16.18 एमटी हो गया, जबकि अक्टूबर 2023 में यह 11.83 एमटी था, जो 36.83 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वित्त वर्ष 2024-25 में कोयला ढुलाई (अक्टूबर 2024 तक) बढ़कर 571.39 एमटी हो गया है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में इसी अवधि के दौरान यह 541.51 एमटी था, जो 5.52 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
कोयला मंत्रालय भारत की ऊर्जा मांगों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें उत्पादन को बढ़ावा देने, रसद को सुव्यवस्थित करने और देश के ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने पर निरंतर ध्यान दिया जाता है।