जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के सेरी बागना इलाके में बादल फटने से तीन लोगों की मृत्यु
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में सेरीबगना में आज बादल फटने से तीन लोगों की मृत्यु हो गई। मृतकों में दो बच्चे और एक बुजुर्ग शामिल हैं। खराब मौसम के कारण धरम कुंड गांव में करीब 40 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अब तक सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने की घटना आज सुबह हुई थी। सहायक आयुक्त बशीर उल हक चौधरी ने बताया कि इलाके के नाले में ऊफान के कारण आई बाढ से कई वाहन बह गए।
काफी जगहों पर क्लाउड ब्रस्टिंग हु्ई है हमारी जिसमें काफी ज्यादा मलबा, डेबरिज जो है वो हमारा टाउन जो रामबन मेन टाउन है उसमें आ गया। हमारी जो हाइवे है उसमें काफी जगहों पे बहुत बड़ी-बडी लैंडस्लाइड हो गई और कुछ एरियाज़ में जो है पानी का लेवल बढ़ने की वजह से जो है घरों को भी काफी डेमेज हुआ। कुछ घर जो हैं कम्पलीटली वॉश आउट हो गए। उसी के साथ-साथ अभी तक जानी नुकसान जो है वो तीन हो गए। उसके बाद कहीं पर भी जानी नुकसान नहीं हुआ है।
बशीर उल हक चौधरी ने कहा कि मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के कारण मिट्टी धसने से जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनो की आवाजाही बाधित हुई है।
नेशनल हाइवे है जो कश्मीर को रेस्ट ऑफ द कंट्री से जोड़ती है। जो बहुत सारी गाडि़या जो है वो स्टेंडर्ड यहां पर थी उनको जो है वो हमने रेस्क्यू करके जो है सेफ लोकेशन में पहुंचा दिया गया है और ज्यों ही नेशनल हाइवे खुलेगा तो उसके बाद उनको जो है यहां से दुबारा भेजा जाएगा अपने-अपने डेस्टिनेशन पे। पहले ही अपनी टीम को कंट्रोल रूम को, रेस्ट ऑफ द टीम को अलर्ट करके रखा हुआ है। जिसमें एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, ये सारी जो हैं ऑन द स्पॉट हैं, ग्राउंड पे हैं।
रामबन और उसके आसपास इलाकों में कल रातभर ओलावृष्टि हुई और तेज हवाएं चलती रहीं। कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी हुईं। रामबन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आकाशवाणी को बताया कि कल रातभर तेज बारिश होने की वजह से भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं के कारण रामबन में कई संपत्तियां नष्ट हो गईं और जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई वाहनों को नुकसान पहुंचा।
रात को हेवी रेनिंग हुई है उस वजह से लैंडस्लाइड आ गया मल्टीपल प्लेसिस में। मेन जो हमारा है सिरी में है। लैंडस्लाइड है, मड स्लाइड है, आगे चार-पांच जगह और भी जो है कंथाल में है तो वो सारी जगह जो है बंद है। रोड जो है एक-दो जगह से है टूट चुकी है कंथाल में थोड़ा जो लिंक था ब्रिज का वो भी बह गया है। तो उस वजह से पूरी तरह से रोड जो है नेशनल हाइवे पूरी तरह से ब्लॉक है। जब तक ना ठीक नहीं होता तो ये हाइवे पे ट्रेवल करना अवाइड करें। ज्यों ही हमारे पास क्लीयरेंस होती है अभी तो काम चल रहा है। पर लगता नहीं है कि शाम तक वो खुल पाएगा और कल तक खुल पाएगा क्योंकि वेदर कंटीन्यूसली रेनिंग है।
भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही रोक दी गई है। भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों दिशाओं में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। अधिकारियों ने यात्रियों को मौसम की स्थिति में सुधार होने तक यात्रा से बचने की सलाह दी है। श्रीनगर-सोनमर्ग-गुमरी रोड, ऐतिहासिक मुगल रोड और सिंथन टॉप रोड भी बंद हैं। रामबन जिला प्रशासन ने जिला नियंत्रण कक्ष के दो नंबर -01998-295500 या 01998-266790 जारी किए हैं। इन पर आपात स्थिति में कभी भी संपर्क किया जा सकता है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जान-माल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। दोनों नेताओं ने प्रभावित लोगों की पूरी मदद करने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य चलाए जाने का आश्वासन दिया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में जितेंद्र सिंह ने कहा है कि वे रामबन जिले के उपायुक्त के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को वित्तीय और अन्य सभी तरह की सहायता प्रदान की जा रही है।