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Investors Roundtable in Bengaluru advances Developed India @2047 vision
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बेंगलुरु में निवेशकों की गोलमेज बैठक ने विकसित भारत @2047 विजन को आगे बढ़ाया

एक उच्च स्तरीय निवेशकों की गोलमेज बैठक बेंगलुरु में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। यह बैठक विकसित भारत @2047 के विजन को साकार करने के प्रयासों के तहत आयोजित की गई थी और इसका उद्देश्य राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकास कार्यक्रम (एनआईसीडीपी) के अंतर्गत दक्षिणी औद्योगिक नोड्स की संभावनाओं को प्रदर्शित करना और औद्योगिक विकास के लिए केंद्र-राज्य सहयोग को सुदृढ़ करना था।

यह गोलमेज बैठक राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकास कार्यक्रम (एनआईसीडीपी) के अंतर्गत दक्षिणी औद्योगिक नोड्स की संभावनाओं को प्रदर्शित करने और औद्योगिक विकास के लिए केंद्र-राज्य सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए एक प्रमुख मंच बनी।

डीपीआईआईटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्टार्ट-अप इंडिया, व्यवसाय सुधार कार्य योजना (बीआरएपी), राष्ट्रीय एकल खिड़की प्रणाली (एनएसडब्ल्यूएस), लॉजिस्टिक्स ईज एक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स (एलईएडीएस) और इन्वेस्ट इंडिया समेत राष्ट्रीय पहलों पर भी अपडेट साझा किए, जो सुधारों को सक्षम बना रहे हैं और निवेशकों का भरोसा बढ़ा रहे हैं।

इस गोलमेज सम्मेलन में सीआईआई, फिक्की, एसोचैम, इन्वेस्ट इंडिया, पीन्या इंडस्ट्रियल एसोसिएशन और केएएसएसआईए सहित प्रमुख हितधारकों के साथ चर्चा हुई। उद्योग जगत के नेताओं, एमएसएमई और स्टार्टअप्स ने राज्य-विशिष्ट संवाद में भाग लिया, अवसरों की पता लगाया, चुनौतियां साझा कीं और इस बात पर चर्चा की कि एनआईसीडीसी के स्मार्ट औद्योगिक शहर कैसे एडवांस मैन्युफैक्चरिंग और नवाचार के लिए एक मंच के तौर पर काम कर सकते हैं।

कार्यक्रम के इतर, डीपीआईआईटी सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने दक्षिणी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की। इस बैठक में औद्योगिक नोड के काम को तेज करने, राज्य की नीतियों को राष्ट्रीय उद्देश्यों के अनुरूप बनाने और निवेश एवं इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में तेजी लाने के लिए प्रमुख कार्यान्वयन आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया।

डीपीआईआईटी प्रतिनिधिमंडल ने स्टार्टअप्स और इनक्यूबेशन लीडर्स के साथ बातचीत करने के लिए के-टेक, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के नैसकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर आईओटी एंड एआई का भी दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य उभरते नवाचारों, चुनौतियों और नीतिगत सहयोग के अवसरों को समझना था। इसके अतिरिक्त, तुमकुरु औद्योगिक क्षेत्र और देवनहल्ली एयरोस्पेस एसईजेड का भी दौरा किया जाएगा, जिसमें एडवांस मैन्युफैक्चरिंग और भारत की बढ़ती औद्योगिक क्षमताओं के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रमुख एयरोस्पेस उपकरण निर्माता, डायनामैटिक टेक्नोलॉजीज का आगमन भी शामिल है।

अपने संबोधन में, डीपीआईआईटी सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने विश्वस्तरीय औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर, नवाचार-आधारित विकास और एक फलते-फूलते स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने डीपीआईआईटी की ओर से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स के विकास, एमएसएमई को सहयोग और भविष्य के उद्योगों को आकार देने में डीप-टेक उपक्रमों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने औद्योगीकरण में तेजी लाने और वैश्विक निवेश आकर्षित करने के लिए मजबूत केंद्र-राज्य साझेदारी की जरूरतों पर बल दिया।

अगली पीढ़ी के औद्योगिक शहरों का विजन प्रस्तुत करते हुए, एनआईसीडीसी के सीईओ एवं एमडी रजत कुमार सैनी ने एनआईसीडीसी के ग्रीनफील्ड औद्योगिक केंद्रों को दर्शाया, जिन्हें उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल गवर्नेंस और निवेश के लिए परिपक्व इकोसिस्टम के साथ तैयार किया गया है। छः रणनीतिक दक्षिणी केंद्रों, तुमकुरु, कृष्णापटनम, कोप्पर्थी, ओर्वाकल, पलक्कड़ और जहीराबाद, को इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स, क्लीन-टेक, खाद्य प्रसंस्करण और लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर के विकास के प्रमुख चालक के तौर पर रेखांकित किया गया।

इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ उद्योग जगत के प्रमुख, स्टार्टअप संस्थापक और एमएसएमई के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। प्रमुख गणमान्यों में विशेष मुख्य सचिव, तेलंगाना, संजय कुमार; प्रमुख सचिव, कर्नाटक, डॉ. एस. सेल्वाकुमार; सचिव, आंध्र प्रदेश डॉ. एन. युवराज; और सीईओ व एमडी, एनआईसीडीसी, रजत कुमार सैनी उपस्थित रहे।

तुमकुरु औद्योगिक क्षेत्र के बारे में

चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक क्षेत्र (सीबीआईसी) के अंतर्गत एक प्रमुख नोड, तुमकुरु औद्योगिक क्षेत्र, 8,484 एकड़ में फैला है और इसे तीन चरणों में विकसित किया जा रहा है। 1,722 एकड़ क्षेत्र में फैले चरण-ए पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। एनएच-48, रेलवे और बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी के साथ, तुमकुरु को एक भविष्य-तैयार स्मार्ट औद्योगिक शहर के रूप में देखा जा रहा है, जो ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विजन को आगे बढ़ा रहा है।

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