वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-एआई दौड़ रहा है, तो नियमों को भी उसी गति से दौडने की जरूरत है। वित्त मंत्री ने नई दिल्ली में आज विकसित भारत और फ्रंटियर टेक रिपॉजिटरी के लिए एआई की रूपरेखा पर नीति आयोग की रिपोर्ट जारी करते हुए यह बात कही। उन्होंने एआई के तीव्र विकास को लेकर आगाह करते हुए कहा कि लोगों को जागरूक होना चाहिए और नैतिकता पर अडे नहीं रहना चाहिए। निर्मला सीतारमण ने कहा कि एआई करीब-करीब समाधान प्रदान करने में सक्षम है।
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.वी.आर सुब्रमण्यम ने भी इस कार्यक्रम में भागीदारी की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अश्विनी वैष्णव ने भविष्य की प्रौद्यौगिकियों में महारत हासिल करने और प्रतिभा पाइपलाइन विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
अगले साल फरवरी में एआई इम्पैक्ट समिट होगा। इसकी तैयारी के लिए नीति आयोग की तरफ से पूरे देश भर के सभी जिलों के साथ ग्राउंड लेवल पर जो काम हो रहा है, एग्रीकल्चर में, हेल्थकेयर में, एजुकेशन में उसको को लेके समागम किया गया और जो बेस्ट प्रैक्टिसिज हैं, उनको सबसे साथ शेयर किया गया।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुब्रमण्यम ने प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है।