राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मध्य प्रदेश में अलग-अलग घटनाओं में कथित पुलिस बर्बरता के कारण दो लोगों की मौत के बारे में मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में जाँच की स्थिति भी शामिल होने की संभावना है।
दिनांक 11 अक्टूबर, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहली घटना में, भोपाल जिले में 9-10 अक्टूबर, 2025 की मध्य रात्रि एक पार्टी से लौटते समय दो कांस्टेबलों द्वारा मारपीट किए जाने के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज के बी.टेक अंतिम वर्ष के 22 वर्षीय विद्यार्थी की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पीड़ित और उसके दोस्तों ने सड़क पर एक बोतल फोड़ दी थी, जिसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की। उसके दो दोस्त भागने में कामयाब रहे, जबकि पीड़ित को पकड़ लिया गया और कथित तौर पर उसकी पिटाई की गई। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीसीटीवी फुटेज में एक कांस्टेबल युवक को डंडे से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है।
दूसरी घटना में, अशोकनगर जिले के शादौरा थाना अंतर्गत बमुरिया गाँव के 45 वर्षीय व्यक्ति की 9 अक्टूबर, 2025 को अवैध शराब की तलाशी के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर पिटाई के बाद मौत हो गई। उसके परिवार ने कथित तौर पर दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उस पर हमला करने के बाद उसे पानी से भरे गड्ढे में डुबो दिया, जबकि पुलिस का कहना था कि वह भागने की कोशिश में गड्ढे में गिर गया था।




