गुरू नानक देव की आज 556वीं जयंती है। गुरू परब के नाम से चर्चित गुरू नानक जयंती आज पूरे देश में मनाई जा रही है। गुरू नानक देव सिख धर्म के दस गुरूओं में पहले गुरू होने के साथ ही सिख धर्म के संस्थापक थे। कार्तिक पूर्णिमा पर प्रत्येक वर्ष गुरू परब मनाया जाता है। यह सिख धर्म के सबसे पावन त्यौहरों में से एक है। श्रद्धालु इस पर्व को देश और विदेशों में पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरू नानक जयंती की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि यह अवसर गुरू नानक देव के मूल्यों और आदर्शों को अंगीकार करने के लिए सभी को प्रेरित करता है।
पंजाब में गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व भारी उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। पंजाब में सभी गुरुद्वारों विशेष तौर पर अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब स्वर्ण मंदिर को फूलों से बहुत सुंदर सजाया गया है और श्रद्धालु सरोवर में पवित्र स्नान के बाद माथा टेक रहे हैं। गुरबानी के पाठ के बीच लंगर परोसे जा रहे हैं। सिख भाईचारे के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी से जुड़ी पवित्र चीज़ें आज सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखी जाएंगी। शाम को, दीपमाला और प्रदूषण-मुक्त आतिशबाजी की जाएगी। कल सिख श्रद्धालुओं का एक जत्था गुरु नानक जी के जन्मस्थान, श्री ननकाना साहिब में मत्था टेकने के लिए अमृतसर में अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान पहुंचा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर आज सभी को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी का जीवन और संदेश शाश्वत ज्ञान के साथ मानवता का हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “करुणा, समानता, विनम्रता और सेवा की उनकी शिक्षाएँ अत्यन्त प्रेरणादायक हैं।”




