बांग्लादेश में चट्टोग्राम की एक अदालत ने आज चिन्मय कृष्णादास ब्रह्मचारी की जमानत याचिका रद्द कर दी। बांग्लादेश सम्मिलिता सनातनी जागरण जोट के प्रवक्ता और इस्कॉन के पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्णादास को पिछले वर्ष 25 नवम्बर को ढाका हवाई अड्डे से देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस समय वे जेल में हैं।
भारत के गृह मंत्रालय ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त करते हुए बंगलादेश सरकार से कहा है कि वे अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
ब्रिटेन के सांसदों ने भी चिन्मय दास की गिरफ्तारी और बांग्लादेश के हिन्दू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसक गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की है।
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वह इस्राइल को वेस्ट बैंक पर…
देश की छह दशकों की सेवा के बाद, भारतीय वायु सेना के दिग्गज लड़ाकू विमान…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोज़गार…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित एक समारोह में…
कोयला मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के कोयला उपक्रमों ने आज अपने गैर-कार्यकारी…
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 से 24 सितंबर 2025…