श्रावण मास में होने वाली वार्षिक कावड़ यात्रा आज से शुरू, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार ने किए पुख्ता इंतजाम
श्रावण मास में होने वाली वार्षिक कांवड़ यात्रा आज से शुरू होगी। इस यात्रा के दौरान, बड़ी संख्या में भक्त गंगा नदी का पवित्र जल लाने के लिए उत्तराखंड में हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री जैसे तीर्थ स्थलों पर पहुंचते हैं। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के व्यवस्थाएं की हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य सरकार ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
झारखंड में सावन के महीने में देशभर से लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा करने के लिए देवघर आते हैं। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हर हर महादेव से पूरा माहौल गुंजमन हो रहा है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने देवघर आते हैं। कांवडिये बिहार के सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर 105 किलोमीटर पैदल चलकर बाबा को जलार्पित करते हैं। मान्यता है कि भोलेनाथ यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं इसलिए इसे कामना लिंग भी कहा जाता है। झारखंड सरकार पहली बार आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी के माध्यम से भीड की निगरानी कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने कांवड़ यात्रा के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है। बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री दिल्ली पहुंचते हैं और उनमें से कई दिल्ली की सीमाओं से होते हुए हरियाणा और राजस्थान की तरफ जाते हैं। इस साल 15 से बीस लाख कांवड़ियों के इस यात्रा में शामिल होने का अनुमान है। इस दौरान, कांवड़ियों की आवाजाही और सड़कों के किनारे कांवड़ियों शिविरों की स्थापना के कारण कई स्थानों पर यातायात में रुकावट आती है। दिल्ली की यातायात पुलिस ने कहा है कि बाहरी रिंग रोड पर जीटी करनाल रोड से आने वाली सिटी बसों को छोड़कर सभी भारी वाहनों को सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग-24 की ओर मोड़ दिया जाएगा। उन्हें वज़ीराबाद रोड और जीटी रोड पर शाहदरा की ओर जाने की अनुमति नहीं होगी।