दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने 15 जनवरी, 2025 को दिल्ली कैंट में एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर का दौरा किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एनसीसी में अपनी भागीदारी के जरिये कैडेट्स न सिर्फ अपने व्यक्तिगत कौशल को विकसित कर रहे हैं, बल्कि वे नि:स्वार्थ सेवाभाव के साथ राष्ट्रीय और सामाजिक विकास में भी अपना योगदान दे रहे हैं। कैडेटों को राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान किए गए समृद्ध इतिहास और बलिदानों की याद दिलाते हुए, मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस समारोह के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवा कैडेटों को राष्ट्र के विकास में योगदान देने वाले आजादी, एकता और न्याय के मूल्यों को हमेशा याद रखने और उनका सम्मान करने के लिए प्रोत्साहित किया।
एनसीसी कैडेटों के आत्मविश्वास, अनुशासन, कड़ी मेहनत और देशभक्ति की गहरी भावना पर प्रकाश डालते हुए, आतिशी ने उनके प्रेरक गुणों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ये मूल्य न केवल कैडेटों को लाभान्वित करते हैं, बल्कि ये व्यापक समुदाय के लिए प्रेरणा का काम करते हैं, जिससे एकता और राष्ट्र-निर्माण की भावना को बढ़ावा मिलता है। मुख्यमंत्री ने कैडेटों से सेवा, समर्पण और राष्ट्रवाद के मूल सिद्धांतों को आत्मसात करते रहने का भी आग्रह किया। अपने संबोधन के समापन पर, उन्होंने समाज और राष्ट्र दोनों के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने की उनकी क्षमता में अपने भरोसे पुन: पुष्टि की।
मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम के दौरान ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का निरीक्षण किया, जिसके बाद राजस्थान के पिलानी स्थित बिरला बालिका विद्यालय के कैडेटों ने एक बैंड प्रस्तुति दी। बाद में उन्होंने ‘फ्लैग एरिया’ का दौरा किया, जहां सभी 17 निदेशालयों के एनसीसी कैडेटों ने रचनात्मक रूप से विभिन्न सामाजिक विषयों को दर्शाया। तत्पश्चात, मुख्यमंत्री ‘हॉल ऑफ फेम’ की ओर गई और उन्हें एनसीसी के इतिहास, प्रशिक्षण और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई। उनको सभी राज्य निदेशालयों के युवाओं और प्रेरित युवाओं द्वारा की गई ‘विचार और नवाचार’ संबंधी विभिन्न परियोजनाओं से भी परिचित कराया गया। मुख्यमंत्री की यात्रा का समापन प्रताप हॉल ऑडिटोरियम में प्रतिभाशाली युवाओं द्वारा एक आकर्षक सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ हुआ।