इटली के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की
इटली के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।राष्ट्रपति भवन में उप प्रधानमंत्री तजानी और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और इटली दोनों ही प्राचीन सभ्यतागत विरासत के आधार पर विकसित हुए हैं तथा अपने दर्शन, साहित्य और कला के माध्यम से विश्व में योगदान देने का उनका गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। हम सदियों से व्यापार तथा लोगों और विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में, दोनों देश उभरती प्रौद्योगिकियों, नवाचार और रक्षा में घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं; और जी-20 जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भी मिलकर काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में वृद्धि की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि और 2047 तक ‘विकसित भारत’ का रोडमैप औद्योगिक साझेदारियों और सहयोग के लिए अनगिनत अवसर प्रस्तुत करता है। उन्होंने विशेष रूप से विनिर्माण और सह-उत्पादन के लिए इतालवी कंपनियों और सार्वजनिक उपक्रमों को भारत में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने इतालवी हरित प्रौद्योगिकी कंपनियों से भारतीय उद्योग जगत के साथ सहयोग और साझेदारी की संभावनाओं का पता लगाने का भी आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि नवंबर 2024 में रियो में प्रधानमंत्री मेलोनी और प्रधानमंत्री मोदी की बैठक के दौरान घोषित संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना अगले 5 वर्षों के लिए रूपरेखा है। यह कार्य योजना हमारे संयुक्त प्रयासों को गति देने के लिए एक मार्गदर्शक ढांचा सिद्ध होगी।
राष्ट्रपति ने यह जानकर प्रसन्नता प्रकट कि इतालवी विश्वविद्यालय और शोध केंद्र भारतीय भागीदारों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने की सुविधा प्रदान की है। इतालवी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने के लिए आमंत्रित किया जा सकता है।
दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि आने वाले समय में भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी नई ऊंचाइयां छूएगी।