जम्मू-कश्मीर और पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर; कश्मीर घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएँ बाधित; जम्मू में आज शैक्षणिक संस्थान बंद
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। कश्मीर क्षेत्र के छह जिलों अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां, बडगाम और श्रीनगर जिलों में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सहित सभी शैक्षणिक संस्थान आज बंद हैं।
इधर, पंजाब में रावी, ब्यास और सतलज नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो रही है। राज्य के कई जिलों में इस सिलसिले में चेतावनी जारी की गई है और सरकारी अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं ताकि वे प्रभावित इलाकों में रहे और बचाव कार्यों के लिये चौबीस घंटों उनकी मौजूदगी बनी रहे।
पंजाब के कई भागों में दो दिनों से और हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर में दो तीन दिनों से लगातार मूसलाधार वर्षा के कारण रणजीत सागर और पोंग बांध अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुंच चुके हैं जिसके कारण नियंत्रित तरीके से पानी छोडा जाना आवश्यक हो गया है। वहीं पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से भाखडा बांध से भी लगातार पानी छोडा जा रहा है ताकि बांध को नुकसान न हो।
पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, फिरोजपुर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन समेत सात ज़िले हाई अलर्ट पर हैं। अमृतसर में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य भर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। इन ज़िलों में अंदरूनी इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों या राहत शिविरों में पहुँचने का निर्देश दिये गये हैं। प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को सेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और पंजाब पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है। पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल, ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही हैं। 30 अगस्त तक सभी स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।