देश के विभिन्न हिस्सों में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न
चार दिवसीय छठ पूजा समारोह आज सुबह देश के विभिन्न हिस्सों में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गयी। लाखों श्रद्धालुओं ने विभिन्न नदियों के तटों पर सूर्य देव और छठी मैया को अर्घ्य दिया। इसके अलावा, लोगों ने झीलों, जलाशयों और अस्थायी रूप से छतों पर जल संग्रह कर छठ पूजा मनाई।
बिहार में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा, गंडक, सोन, बागमती सहित विभिन्न नदियों के किनारे छठ घाटों पर उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया। इसके साथ ही चार दिनों का बिहार का सबसे पवित्र पर्व आज पारंपरिक श्रद्धा के माहौल में संपन्न हो गया। इधर, लाखों की संख्या में लोगों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्थित सूर्य मंदिरों के परिसर में बने तालाब या जलकुंडों में उषाकालीन अर्घ्य दिया। पटना के छठ घाटों के अलावा बक्सर जिले के रामरेखा घाट, अररिया के परमान नदी पर त्रिशूलिया घाट और अन्य स्थानों पर छठ पर्व की महिमा देखते ही बन रही थी।
उत्तर प्रदेश में भी छठ पूजा श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। कल शाम की तरह आज सुबह भी प्रदेश में हजारों छठ व्रती नदियों और तालाबों के किनारे इकट्ठा हुए और उगते सूर्य की आराधना की। खास तौर पर पूर्वांचल के इलाकों में यह त्यौहार भव्य तरीके से मनाया गया आज सुबह भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही 4 दिनों तक चलने वाले इस महाव्रत का समापन हुआ। कल शाम लखनऊ में छठ पूजा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए।