फ्रांस का परमाणु चालित विमानवाहक चार्ल्स डी गॉल नौसैनिक अभ्यास वरुण के लिए कल गोवा पहुंचा। इस 42वें वार्षिक अभ्यास में फ्रांस की ओर से युद्धक विमान राफेल की भी भागीदारी होगी। पश्चिमी कमान के अनुसार, इस अभ्यास से दोनों देशों की नौसेना के बीच मिलकर काम करने की समझ मजबूत होगी।
फ्रांस वर्ष 2008 से ही हिंद-प्रशांत नौसैनिक सिम्पोजियम का सदस्य है। इस संगठन की पहल भारत ने ही की थी और इसमें 25 देशों की नौसेना शामिल है। इसका उद्देश्य तस्करी, अवैध रूप से मछली पकड़ने, समुद्र में तलाशी और बचाव अभियान तथा प्रदूषण से निपटने के लिए मिलकर काम करना है।
ईरान और इस्राइल के बीच दूसरे सप्ताह में भी हवाई हमले जारी हैं। कूटनीतिक प्रयासों…
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 19 जून तक 4 दशमलव 8-6…
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के नौ लाख से अधिक कैडेटों ने 21 जून 2025 को…
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने 21 जून, 2025 को अपनी प्रमुख पहल 'योग संगम' के…
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), भारत सरकार ने अटल अक्षय ऊर्जा भवन, नई दिल्ली…
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 21 जून, 2025 को जम्मू और कश्मीर में उधमपुर स्थित…