वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़े दर्शाते हैं कि शुद्ध संग्रह 19.58 लाख करोड़ रुपये का रहा, जोकि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के 16.64 लाख करोड़ रुपये के शुद्ध संग्रह की तुलना में 17.70 प्रतिशत अधिक है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के केन्द्रीय बजट में प्रत्यक्ष कर राजस्व का बजटीय अनुमान (बीई) 18.23 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था, जिसे संशोधित किया गया और संशोधित अनुमान (आरई) 19.45 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किया गया। अनंतिम प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड का शुद्ध) बजटीय अनुमान से 7.40 प्रतिशत और संशोधित अनुमान से 0.67 प्रतिशत अधिक हो गया है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (अनंतिम) (रिफंड के समायोजन से पहले) 23.37 लाख करोड़ रुपये का रहा, जोकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 19.72 लाख करोड़ रुपये के सकल संग्रह की तुलना में 18.48 प्रतिशत अधिक है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान सकल कॉरपोरेट कर संग्रह (अनंतिम)11.32 लाख करोड़ रुपये का रहा, जोकि और पिछले वर्ष के 10 लाख करोड़ रुपये के सकल कॉरपोरेट कर संग्रह की तुलना में 13.06 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान शुद्ध कॉरपोरेट कर संग्रह (अनंतिम) 9.11 लाख करोड़ रुपये का रहा, जोकि पिछले वर्ष के 8.26 लाख करोड़ रुपये के शुद्ध कॉरपोरेट कर संग्रह की तुलना में 10.26 प्रतिशत अधिक है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान सकल व्यक्तिगत आयकर संग्रह (एसटीटी सहित) (अनंतिम) 12.01 लाख करोड़ रुपये का रहा और इसमें पिछले वर्ष के 9.67 लाख करोड़ रुपये के सकल व्यक्तिगत आयकर संग्रह (एसटीटी सहित) की तुलना में 24.26 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान शुद्ध व्यक्तिगत आयकर संग्रह (एसटीटी सहित) (अनंतिम) 10.44 लाख करोड़ रुपये का रहा और इसमें पिछले वर्ष के 8.33 लाख करोड़ रुपये के शुद्ध व्यक्तिगत आयकर संग्रह (एसटीटी सहित) की तुलना में 25.23 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 3.79 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं, जोकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में जारी किए गए 3.09 लाख करोड़ रुपये के रिफंड की तुलना में 22.74 प्रतिशत अधिक है।