स्वास्थ्य मंत्री, जेपी नड्डा ने एम्स बिलासपुर में जन औषधि केंद्र का दौरा किया और 7वें जन औषधि दिवस के अवसर पर लाभार्थियों के साथ बातचीत की
एक सप्ताह तक चले उत्सव के 7वें दिन, पीएमबीआई (फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल डिवाइस ब्यूरो ऑफ इंडिया) ने आज पूरे देश में 7वां जन औषधि दिवस, 2025 मनाया, जिसमें 100 से अधिक प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाने के लिए विभिन्न राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय तथा राज्य स्तर के मंत्रियों, सांसदों, विधानसभा सदस्यों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों सहित कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की, जिससे प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के लाभों पर विस्तार से चर्चा की जा सके और जनता को जागरूक और लाभान्वित किया जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक, जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एम्स के जन औषधि केंद्र का दौरा किया और लाभार्थियों के साथ बातचीत की। केंद्र के मालिकों और जन औषधि योजना के लाभार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री, जगत प्रकाश नड्डा और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री, अनुप्रिया पटेल ने सोशल मीडिया पर वीडियो संदेश साझा किया और देश के सभी नागरिकों को 7वें जन औषधि दिवस, 2025 की शुभकामनाएं दीं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, ने आज दिल्ली के अशोक विहार में एक जन औषधि केंद्र का दौरा किया, जहां उन्होंने इस परियोजना के लाभों की जानकारी दी और लोगों को इस नेक परियोजना का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसका उद्देश्य सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं प्रदान करना है।
7वें जन औषधि दिवस के अवसर पर, प्रसिद्ध रेत कलाकार पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी के नीलाद्री समुद्र तट पर ‘दाम कम दवाई उत्तम’ के विषय को दर्शाते हुए एक दिव्य रेत कला का निर्माण किया। इसकी भव्यता न केवल लोगों को आकर्षित कर रही है बल्कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को भी प्रतिबिंबित कर रही है।
प्रधान मंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के अंतर्गत, फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल डिवाइस ब्यूरो (पीएमबीआई), पीएमबीजेपी की कार्यान्वयन एजेंसी, ने 7वें जन औषधि दिवस 2025 का उत्सव मना रही है। यह कार्यक्रम 01 मार्च को पूरे देश में जन औषधि जन चेतना अभियान के साथ शुरू हुआ और 07 मार्च को जन औषधि दिवस 2025 के उत्सव के साथ समाप्त हुआ। ये कार्यक्रम जन चेतना अभियान/पदयात्रा, हेरिटेज वॉक और स्वास्थ्य शिविर, जन औषधि बाल मित्र, एक कदम मातृ शक्ति की ओर, फार्मासिस्ट जागरूकता कार्यक्रम, आओ जन औषधि मित्र बनें और 07 मार्च को जन औषधि दिवस तक जारी रहे।
बड़े पैमाने पर आयोजित गतिविधियां समावेश पर केंद्रित रही और पीएमबीजेपी के लोगों, लाभार्थियों और बहु-स्तरीय हितधारकों की समग्र भागीदारी सुनिश्चित की। इस कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा जन औषधि रथ (मोबाइल वैन) को झंडा दिखाना रहा, जिसका उद्देश्य देश के लोगों के बीच जन जागरूकता उत्पन्न करना है। मोबाइल वैन राष्ट्रीय राजधानी में लोगों तक पहुंचने के लिए यात्रा की। उसी दिन, पूरे देश में जन औषधि प्रतिज्ञा यात्राएं आयोजित की गईं। लोगों में जन जागरूकता उत्पन्न करने के लिए पद यात्राएं आयोजित की गईं। पद यात्राओं में जन औषधि टी-शर्ट और कैप पहने स्कूली बच्चों ने भाग लिया।
02 मार्च, 2025 को, “जन औषधि विरासत के साथ” थीम पर हेरिटेज वॉक का आयोजन पूरे भारत में 25 प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों जैसे हौज खास, नई दिल्ली, ग्वालियर किला, ताज महल के समीप, इमामबाड़ा, लखनऊ आदि में किया गया। पूरे देश में 500 स्थानों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया।
03 मार्च, 2025 को, पूरे देश के विभिन्न स्कूलों में जन औषधि बाल मित्र भागीदारी का आयोजन किया गया, जिनमें बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया गया और इसके माध्यम से जन औषधि परियोजना का संदेश फैलाया गया।
04 मार्च, 2025 को सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 30 स्थानों पर महिला लाभार्थी उपस्थित थीं, जहां महिला जन प्रतिनिधियों, महिला डॉक्टरों, एनजीओ के साथ बातचीत की गई और जन औषधि दवाओं के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
05 मार्च, 2025 को पूरे देश के फार्मेसी कॉलेजों/विश्वविद्यालयों में फार्मेसी छात्रों को जन औषधि योजना के अंतर्गत रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी देने के लिए सेमिनार आयोजित किए गए। फार्मा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पीएमबीजेपी पर पैन इंडिया सेमिनार एवं कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
06 मार्च, 2025 को, पीएमबीजेपी ने पूरे देश में नागरिकों को स्वयंसेवकों के रूप में पंजीकृत करने के लिए ‘आओ जन औषधि मित्र बनें’ का आयोजन किया। कुतुब मीनार को भी सुंदर रोशनी से सजाया गया, जो जन औषधि परियोजना का संदेश फैला रहा है।
सप्ताह भर चले उत्सव में, इस महान परियोजना के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पूरे देश में राष्ट्रीय पेंशनरों और जन औषधि तथा अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को 1.12 करोड़ से अधिक डिजिटल संदेश भेजे गए। देश के युवाओं को शिक्षित करने के लिए, MyGov पोर्टल के माध्यम से विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे निबंध लेखन, पोस्टर बनाना, क्विज आदि आयोजित की गई। क्विज़/प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया। MyGov पोर्टल के माध्यम से जागरूकता उत्पन्न करने के लिए 7 करोड़ से अधिक संदेश भी भेजे गए। 300 स्थानों पर एक माध्यम के रूप में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों का उपयोग संदेश फैलाने और जन जागरूकता उत्पन्न करने के लिए किया गया।