हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तेज वर्षा और बादल फटने की घटनाओं से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। इन घटनाओं में 55 लोग लापता हैं जबकि दो लोगों की मौत हो गई है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। राज्य सरकार ने 13 आपात केन्द्र स्थापित किये गये हैं।
कुल्लू, मंडी व शिमला जिलों में आज तड़के बादल फटने की घटनाओं में 55 लोग लापता हैं जबकि 2 की जान चली गई है। शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के झाखड़ी में बादल फटने की घटना में 36 लोग लापता हैं जबकि मंडी ज़िला में पद्धर के पास टिक्कन में 9 लोग लापता हैं और 2 लोगों के शव बरामद किये गए हैं।
मुख्य संसदीय सचिव व कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर ने बताया कि मलाणा पावर हाऊस में फंसे लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं और प्रभावित क्षेत्र में एनडीआरएफ व राज्य आपदा प्राधिकरण की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं। इधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में बताया कि वे स्वयं राहत व बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य तीव्रता से करने के निर्देश दिये गए हैं।