भारत और जापान का संयुक्त समुद्री अभ्यास – 2024 (JIMEX–24) जापान के योकोसुका में प्रारंभ हुआ
भारतीय नौसेना का स्वदेशी त्वरित, चपल एवं रडार से बच निकलने में सक्षम युद्धपोत आईएनएस शिवालिक द्विपक्षीय भारत-जापान संयुक्त समुद्री अभ्यास 2024 (जिमेक्स 24) में भाग लेने के लिए जापान के योकोसुका पहुंचा। साल 2012 में इस संयुक्त समुद्री अभ्यास की शुरुआत के बाद से यह जिमेक्स का आठवां संस्करण है।
वाइस एडमिरल आईटीओ हिरोशी, कमांडर जेएमएसडीएफ योकोसुका डिस्ट्रिक्ट और जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज द्वारा इस जहाज का बड़ी ही गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।
संयुक्त अभ्यास में बंदरगाह और समुद्री दोनों तरह के चरण शामिल किये गए हैं। बंदरगाह चरण में नौसैन्य गतिविधियों से सबंधित, खेल व सामाजिक जुड़ाव के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसके बाद दोनों देशों की नौसेनाएं समुद्र में संयुक्त रूप से अपने युद्ध कौशल को निखारने के प्रयास करेंगी और सतह, उप-सतह एवं वायु क्षेत्रों में जटिल बहु-आयामी संचालन कुशलता के माध्यम से अपनी सहभागिता के साथ क्षमताओं को बढ़ाएंगी।
भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व आईएनएस शिवालिक और जापान की नौसेना का प्रतिनिधित्व गाइडेड मिसाइल विध्वंसक जेएस युगिरी द्वारा किया जा रहा है। दोनों नौसेनाओं के एकीकृत हेलीकॉप्टर भी संयुक्त अभ्यास में शामिल हो रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में अपने बढ़ते दायरे व मैत्रीपूर्ण अभ्यास गतिविधियों में बढ़ोतरी के साथ जिमेक्स 24 दोनों देशों को एक-दूसरे की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों से सीखने का अवसर प्रदान करता है और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए भारतीय नौसेना व जापान की नौसेना के मध्य परिचालन संबंधी कार्रवाई को सुविधाजनक बनाता है।