भारत ने भूटान को ऊर्जा परियोजनाओं के लिए चार हज़ार करोड़ रुपये का रियायती ऋण देने की घोषणा की
भारत ने भूटान को ऊर्जा परियोजनाओं के लिए चार हज़ार करोड़ रुपये की रियायती ऋण देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान यात्रा के पहले दिन कल इसकी घोषणा की। प्रधानमंत्री आज थिम्पू में कालचक्र अभिषेक समारोह में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कालचक्र सशक्तिकरण अनुष्ठान में हिस्सा लेंगे। यह बौद्ध धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो वर्तमान में चल रहे ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल में मनाया जा रहा है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक के साथ मुलाक़ात करेंगे। कल प्रधानमंत्री ने चौथे राजा के 70वे जन्मदिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में हिस्सा लिया था। मंगलवार की दोपहर भारत और भूटान के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल थिम्पू में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने भारत से लाए गए भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों के समक्ष प्रार्थना की जो अभी ताशिछोद्ज़ोंग के ग्रैंड कुएनरे हॉल में प्रतिष्ठित किए गए थे। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से एक हज़ार 20 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया। उनकी उपस्थिति में द्विपक्षीय सहयोग को और सुदृढ़ बनाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा, मानसिक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में तीन समझौता ज्ञापनों के आदान-प्रदान भी हुए।





