भारत को सिंगापुर में इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ एड्स टू मरीन नेविगेशन (IALA) का उपाध्यक्ष चुना गया
भारत को सिंगापुर में इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ एड्स टू मरीन नेविगेशन (आईएएलए) का उपाध्यक्ष चुना गया है। पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के सचिव टी.के. रामचंद्रन ने सिंगापुर में जारी आईएएलए की पहली आम सभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इस प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त सचिव मुकेश मंगल, लाइटहाउसेज एंड लाइटशिप्स के महानिदेशक एन. मुरुगनंदम और उप निदेशक एस. सरवनन शामिल रहे।
आईएएलए की पहली आम सभा इसके गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) से एक अंतर-सरकारी संगठन (आईजीओ) में परिवर्तित होने को भी चिह्नित करती है, जहां भारत को इसका उपाध्यक्ष चुना गया। यह टिकाऊ और सुरक्षित समुद्री नेविगेशन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए समुद्री मामलों में उसके मजबूत नेतृत्व और योगदान को रेखांकित करता है।
1957 में गैर सरकारी संगठन के रूप में स्थापित आईएएलए सुरक्षित और कुशल नौवहन के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों और सर्वोत्तम प्रथाओं को आकार देने में अपनी भूमिका संवर्धित करने के लिए आईजीओ में परिवर्तित हुआ। आईजीओ का नया दर्जा वैश्विक समुद्री नौवहन प्रणालियों को सुसंगत बनाने, समुद्री सुरक्षा पहलों को बढ़ावा देने तथा समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए सदस्य देशों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और उद्योग हितधारकों के साथ सहयोग करने के आईएएलए के अधिदेश को व्यापक बनाता है।
भारत दिसंबर 2025 में आईएएलए परिषद की बैठक और सितंबर 2027 में मुंबई में आईएएलए सम्मेलन और आम सभा की मेज़बानी करेगा। इस प्रमुख पद पर भारत का निर्वाचन समुद्री सुरक्षा बढ़ाने, नौवहन सहायता को संवर्धित करने और समुद्री क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की उसकी प्रतिबद्धता को बल देता है।