यूनेस्को की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत शिक्षा पर चीन और जापान जैसे देशों से ज्यादा खर्च कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत मध्य और दक्षिणी एशिया के अन्य देशों की तुलना में सकल घरेलू उत्पाद प्रतिशत और सरकारी व्यय दोनों मामले में शिक्षा में अधिक निवेश कर रहा है।
भारत ने देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2015 से 2024 के बीच अपने सकल घरेलू उत्पाद की लगभग 4 दशमलव एक प्रतिशत से 4 दशमलव छह प्रतिशत राशि निर्धारित की। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत ने शिक्षा में महत्वपूर्ण निवेश किया है जो संयुक्त राष्ट्र शिक्षा 2030 फ्रेमवर्क फॉर एक्शन द्वारा निर्धारित अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है। इसमें प्रत्येक देश के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद का 4 से 6 प्रतिशत शिक्षा के लिए आवंटित करने की सिफारिश की गई है।