भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की एक टुकड़ी ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास पिच ब्लैक 2024 में भाग लेने के लिए रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स (आरएएएफ) के बेस डार्विन पहुंच चुकी है। यह अभ्यास 12 जुलाई, 2024 से 02 अगस्त, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। यह रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स द्वारा आयोजित एक बहुराष्ट्रीय व द्विवार्षिक वायु अभ्यास है। इस अभ्यास का नाम ‘पिच ब्लैक’ बड़े गैर-आबादी वाले क्षेत्रों में रात के समय उड़ान भरने पर जोर देने के लिए रखा गया था। इस बार वायु अभ्यास पिच ब्लैक का आयोजन, इसके 43 वर्ष लम्बे इतिहास में सबसे भव्य होगा, जिसमें 20 भागीदार देश सम्मिलित हो रहे हैं। इस दौरान, विभिन्न देशों की वायु सेनाओं के 140 से अधिक विमान और 4400 वायु सेना कर्मी भाग लेंगे। यह अभ्यास बड़े पैमाने पर सैन्य तैनाती वाली युद्धक गतिविधियों पर केंद्रित होगा, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को और बढ़ावा देना है। इसमें एफ-35, एफ-22, एफ-18, एफ-15, ग्रिपेन और टाइफून लड़ाकू विमानों की सहभागिता में भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई के संचालन के साथ अनुभव वृद्धि करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
भारतीय वायुसेना के दल में पायलट, इंजीनियर, तकनीशियन, नियंत्रक और अन्य विषय विशेषज्ञों सहित 150 से अधिक उच्च कुशल वायु कर्मी शामिल हैं, जो शक्तिशाली सुखोई-30 एमकेआई बहुउद्देशीय लड़ाकू विमानों के साथ-साथ विशालकाय सी-17 ग्लोबमास्टर और आईएल -78 हवा से हवा में ईंधन भरने वाले विमानों का संचालन करेंगे। यह अभ्यास भारतीय वायुसेना को अभ्यास में शामिल होने वाले देशों के साथ बल एकीकरण और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के पारस्परिक आदान-प्रदान का अवसर उपलब्ध कराएगा।
यह अभ्यास इसमें भाग लेने वाले देशों को लंबी दूरी पर विमानों की तैनाती करने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एकीकृत संचालन का सहयोग करने और अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सशक्त विमानन संपर्क संगठन बनाने की क्षमता को विस्तार प्रदान करने का एक उत्कृष्ट अवसर सुलभ कराता है। भारतीय वायुसेना ने इससे पहले अभ्यास पिच ब्लैक के 2018 और 2022 संस्करण में अपनी भागीदारी की है।