ISRO ने अपने चंद्रमा मिशन योजना के तहत लद्दाख के लेह में देश के पहले एनालॉग अंतरिक्ष मिशन की शुरुआत की
इसरो ने अंतरग्रहीय आवास में जीवन का अनुकरण करने के लिए लद्दाख के लेह में देश के पहले एनालॉग अंतरिक्ष मिशन की शुरूआत की है। यह कदम भारत की निकट भविष्य में चंद्रमा पर मानव भेजने की योजना की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। एनालॉग अंतरिक्ष मिशन पृथ्वी पर अंतरिक्ष वातावरण के साथ भौतिक समानताएं रखने वाले और अंतरिक्ष उड़ान अनुसंधान के लिए समस्या समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका वाले स्थानों का परीक्षण है।
लद्दाख की भौगोलिक विशेषताओं के मंगल ग्रह और चंद्र परिदृश्य के समान होने के कारण ही इस क्षेत्र को एनालॉग मिशन के लिए चुना गया है। एक महीने तक चलने वाला यह मिशन भारत की चंद्रमा पर आवास स्थापित करने की योजना के अनुरूप अंतरग्रहीय मिशन शुरू करने के लिए आधार प्रदान कर सकता है। सोशल मीडिया पर पोस्ट में इसरो ने कहा कि लेह में एनालॉग अंतरिक्ष मिशन लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद द्वारा समर्थित ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेंटर, इसरो, एएकेए स्पेस स्टूडियो, लद्दाख विश्वविद्यालय, आईआईटी बॉम्बे का एक सहयोगात्मक प्रयास है।
समुद्र तल से 3 हजार मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित, लद्दाख में ऑक्सीजन का स्तर समुद्र तल के मुकाबले केवल 40 प्रतिशत है। निम्न-दबाव और कम-ऑक्सीजन की यह स्थिति शोधकर्ताओं को मंगल ग्रह की स्थितियों के समान जीवन की संभावनाओं का मूल्यांकन करने की अनुमति देती है।