वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति ने विधेयक से संबंधित 14 खंडों पर संशोधन के साथ अपनी मसौदा रिपोर्ट को अपनाया
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संसद की संयुक्त समिति ने आज मसौदा रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में 31 सदस्यीय पैनल के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि समिति ने विधेयक से संबंधित 14 खंडों पर संशोधन को स्वीकार किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पिछले छह महीनों में विधेयक पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
आज जो जेपीसी की ड्रॉफ्ट रिपोर्ट थी और जेपीसी का जो क्लॉज बाइ क्लॉज जो हम लोगों ने 27 तारीख को हमारे 14 क्लॉजेस में अमेंडमेंट्स किए थे उसका अमेंडेड जो बिल था दोनों को मेजोरिटी के साथ अडॉप्ट किया सभी सदस्यों ने। पहली बार हमने इस सेक्शन को जोड़ा है। जिसको एडाप्ट किया गया है। कल हम लोग इसको स्पीकर साहब को प्रस्तुत करेंगे
वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 का उद्देश्य देश भर में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और विनियमन में सुधार करना है।
इस बीच, विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट को स्वीकार करने पर सवाल उठाया है। डीएमके सांसद ए राजा ने कहा कि रिपोर्ट को जल्दबाजी में अपनाया गया। वहीं, कांग्रेस के नसीर हुसैन ने कहा कि उनके द्वारा की गई कई आपत्तियों और सुझावों को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी, शिवसेना यूबीटी सांसद अरविंद सावंत अन्य विपक्षी सांसदों ने कहा कि उन्होंने अपनी असहमति लिखित रूप में दर्ज कराई है।