शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार (उच्च शिक्षा) – 2024 के संबंध में नामांकन के लिए पोर्टल की शुरुआत
उच्चतर शिक्षा विभाग के सचिव संजय मूर्ति ने एआईसीटीई के अध्यक्ष टी. जी. सीताराम के साथ आज शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार (उच्च शिक्षा) – 2024 के संबंध में नामांकन के लिए पोर्टल की शुरुआत की।
इसके अलावा शिक्षा मंत्रालय के उच्चतर शिक्षा विभाग ने नामांकन करने के संबंध में दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। यह पुरस्कार तकनीकी और गैर-तकनीकी उच्चतर शिक्षा संस्थानों के अनुकरणीय शिक्षकों/संकाय सदस्यों और पॉलिटेक्निक संस्थानों के शिक्षकों को प्रदान किया जाएगा। निम्नलिखित व्यापक विषयों के आधार पर पहली श्रेणी के तहत तीन उप-श्रेणियां होंगी। इनमें इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी, वास्तुकला, शुद्ध विज्ञान, जिनमें गणित, भौतिक विज्ञान, जैविक विज्ञान, रासायनिक विज्ञान, चिकित्सा व फार्मेसी शामिल हैं और कला व सामाजिक विज्ञान, मानविकी, भाषाएं, विधिक अध्ययन, वाणिज्य और प्रबंधन हैं।
इस पुरस्कार के लिए नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 20 जून, 2024 है। चयनित पुरस्कार विजेताओं को भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति और विख्यात शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में 5 सितंबर (शिक्षक दिवस) को सम्मानित किया जाएगा।
योग्यता:
यह पुरस्कार निम्नलिखित शर्तों को पूरा करने वाले भारत के कॉलेजों/विश्वविद्यालयों/उच्चतर शिक्षण संस्थानों/पॉलिटेक्निक के सभी शिक्षकों के लिए है:
- नामांकित व्यक्ति को नियमित शिक्षक होना चाहिए।
- स्नातक और/या स्नातकोत्तर स्तर पर कम से कम पांच साल का पूर्णकालिक शिक्षण अनुभव होना चाहिए।
- पुरस्कारों के लिए आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि को नामांकित व्यक्ति की आयु 55 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- कुलपति/निदेशक/प्रिंसिपल (नियमित या कार्यवाहक) आवेदन करने के पात्र नहीं हैं। हालांकि, ऐसे व्यक्ति जो पहले ऐसे पदों पर रह चुके हैं, लेकिन 55 वर्ष से कम उम्र के हैं और अभी भी सक्रिय सेवा में हैं, आवेदन करने के पात्र हैं।
नामांकन प्रक्रिया:
- स्व-नामांकन (एकल आधार)
- समान विश्वविद्यालय/संस्थान/कॉलेज/पॉलिटेक्निक के पूर्व या मौजूदा कुलपति/निदेशक/प्रधानाचार्य/शिक्षक/सहकर्मी, जहां नामित व्यक्ति नियमित रूप से कार्यरत हो।
उच्चतर शिक्षा संस्थानों के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार- 2024 का उद्देश्य देश के कई बेहतरीन शिक्षकों के विशिष्ट योगदान को मान्यता देना और विशेष रूप से शिक्षण व शिक्षाशास्त्र में उनके समर्पण व कठिन परिश्रम और इनके प्रभाव, जिसके कारण न केवल उच्चतर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ बल्कि, अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया, के लिए उन्हें सम्मानित करना है। यह पुरस्कार उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षण-अधिगम, सामुदायिक पहुंच, संस्थागत सेवा, अनुसंधान और कार्य की नवीनता में शिक्षकों की अद्वितीय व पथ-प्रदर्शक उपलब्धियों को मान्यता देने और सम्मानित करने का प्रयास करता है।