मेडागास्कर हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का विश्वसनीय मित्र और महत्वपूर्ण सहयोगी है: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज इस बात का उल्लेख किया कि भारत मेडागास्कर को एक प्रिय और विश्वसनीय मित्र के रूप में सर्वोच्च सम्मान देता है और प्रगति की यात्रा में एक दृढ़ भागीदार भी है। उन्होंने कहा कि, “सागर” (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण के अनुरूप, मेडागास्कर हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में खड़ा है। यह अमूल्य साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता को मजबूत करने और पूरे क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने में एक अहम भूमिका निभाती है।
ओम बिरला ने आज संसद भवन परिसर में मेडागास्कर की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष महामहिम जस्टिन टोकेली के नेतृत्व में आए संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान ये टिप्पणियां कीं। ओम बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और मेडागास्कर के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं और दोनों देशों के बीच व्यापार, संस्कृति एवं आपसी मेलजोल का सदियों पुराना इतिहास है।
ओम बिरला ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के सिद्धांत से प्रेरित होकर भारत हमेशा पड़ोसी देशों की मदद करने, विशेष रूप से आपदाओं के दौरान मदद देने में सबसे आगे रहा है। उन्होंने मेडागास्कर को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) प्रदान करने में भारत की सक्रिय भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत ने मेडागास्कर की समृद्धि और सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए विभिन्न परियोजनाओं का समर्थन किया है, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ओम बिरला ने दोनों देशों के बीच मैत्री संबंधों को मजबूत करने में मेडागास्कर में भारतीय प्रवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने मेडागास्कर में आयोजित पहले ‘जयपुर फुट कैंप’ पर भी प्रसन्नता व्यक्त की, जहां सैकड़ों दिव्यांग व्यक्तियों को कृत्रिम अंग प्रदान किए गए।
ओम बिरला ने भारत की लोकतांत्रिक परंपरा और ढांचे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत विश्व का सबसे पुराना और सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इसकी विरासत ‘लोकतंत्र की जननी’ के रूप में है। उन्होंने कहा कि भारत में हजारों साल पहले भी लोकतांत्रिक संस्थाएँ लोगों के लिए सामूहिक निर्णय लेती थीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में लोकतंत्र केवल शासन की एक प्रणाली नहीं है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक लोकाचार की आधारशिला है। ओम बिरला ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि 1952 में स्वतंत्र भारत में हुए पहले आम चुनाव के बाद से मतदाताओं की भागीदारी लगातार बढ़ी है और 2024 के आम चुनावों में लगभग 66 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भारतीय जनता की लगातार बढ़ती आस्था और भागीदारी का प्रमाण है। लोकसभा अध्यक्ष ने मेडागास्कर के संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भारतीय संसद के कामकाज और बजट सत्र की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी।
ओम बिरला ने संसदीय लोकतंत्र अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) द्वारा विधायिका सदस्यों (लेजिस्लेटर) के लिए आयोजित क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए आशा व्यक्त की कि संसदीय लोकतंत्र में क्षमता निर्माण के लिए एक विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में; प्राइड के प्रशिक्षण कार्यक्रम मेडागास्कर की संसद को लाभान्वित करेंगे। उन्होंने मेडागास्कर के सांसदों और अधिकारियों की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के अनुरूप प्राइड के माध्यम से क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की अपनी इच्छा भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के नियमित आदान-प्रदान से सांसदों को एक-दूसरे की संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं से सीखने में मदद मिलेगी।
जस्टिन टोकेली ने प्रतिनिधिमंडल को भारत आमंत्रित करने के लिए ओम बिरला को धन्यवाद दिया तथा भारतीय संसद द्वारा उन्हें दिए गए आतिथ्य के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निरंतर हो रहे प्रगति की भी प्रशंसा की। जस्टिन टोकेली ने कहा कि दोनों देशों के कृषि, समुद्री सुरक्षा, स्वास्थ्य तथा शिक्षा में साझा हित हैं और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ आर्थिक सहयोग, संसदीय सहयोग तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान की संभावना व्यक्त की।
सोमवार को भारत आए इस प्रतिनिधिमंडल ने आज लोकसभा में सदन की कार्यवाही भी देखी। सदन के सदस्यों की ओर से लोकसभा अध्यक्ष ने प्रतिनिधिमंडल का लोकसभा में स्वागत किया।