इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), सी-डैक, भारतीय खिलौना उद्योग और लेगो समूह ने उन इंजीनियरिंग स्नातकों के पहले बैच की दीक्षांत समारोह मनाया, जिन्होंने ‘उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक सामान (खिलौना उद्योग) के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी आधारित नियंत्रण और स्वचालन समाधान के विकास’ परियोजना के अंतर्गत एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। यह परियोजना एमईआईटीवाई के अनुसंधान एवं विकास समूह की एक विशेष पहल है, जिसका उद्देश्य भारतीय इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों के उद्योग को बढ़ावा देना है, जिसमें प्रतिकृति विकसित करना और युवा इंजीनियरों को, जिनमें कम प्रतिनिधित्व वाले समुदाय भी हैं, खिलौनों को डिजाइन करने के लिए आवश्यक कौशल से युक्त करना शामिल है।
इस एमईआईटीवाई पहल के अंतर्गत, एससी/एसटी और एनईआर से आने वाले भारत के युवा इंजीनियरों का चयन किया गया और उन्हें एक वर्ष के लिए अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में शामिल किया गया। उन्हें पहले छह महीनों में इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों के डिजाइन एवं विकास में व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया गया जिसमें सी-डैक, नोएडा में खिलौना प्रयोगशालाओं में काम करना और सीखना शामिल है। इसके बाद उन्हें उद्योग जगत की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए खिलौना प्रतिकृति का निर्माण करने के लिए छह महीने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रतिभागियों को एक वर्ष के लिए प्रति माह 25,000 रुपये का भत्ता भी प्रदान किया गया।
प्रशिक्षुओं को वैश्विक अनुभव प्रदान करने के लिए, लेगो समूह को एक ज्ञान भागीदार के रूप में शामिल किया गया। अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 तक, लेगो समूह के क्रिएटिव प्ले लैब (सीपीएल) में नवाचार (इंटरएक्टिव) के प्रमुख सैम कोट्स ने युवा इंजीनियरों के लिए वेबिनार आयोजित किया, जिसमें सीपीएल के प्रयोगात्मक मानसिकता, खिलौना विकास और मानकों पर मार्गदर्शन और इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा विकसित खिलौना प्रतिकृति पर फीडबैक दिया।
कार्यक्रम के दौरान, सचिव, एमईआईटीवाई ने इलेक्ट्रॉनिक टॉय हैकाथन (ई-टॉयकैथॉन) की घोषणा की और संजय मेहंदीरत्ता, एमडी, टॉयज ज़ोन ने 10 प्रशिक्षित छात्रों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
इस अवसर पर बात करते हुए, सचिव, एमईआईटीवाई ने कहा, “भारत में इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों का बाजार बढ़ रहा है और भारतीय खिलौना उद्योग पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मैं बहुत खुश हूं कि इसके लिए आधारभूत तत्व बन रहे हैं और अगली पीढ़ी के इंजीनियर इसके लिए काम कर रहे हैं। ज्यादा छात्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने और खिलौना उद्योगों के समग्र प्रचार को प्रभावी बनाने के लिए इस कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर औपचारिक रूप प्रदान किया जा सकता है। हम एसटीपीआई/एमएसएच और इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों पर ध्यान केंद्रित करने वाले अन्य संस्थानों की मदद से एक सीओई स्थापित कर सकते हैं। इससे उद्यमिता/स्टार्टअप बनाने में मदद मिलेगी। मैं स्नातक छात्रों को उनके भविष्य के लिए शुभकानाएं देता हूं।”
23 नवंबर 2024 को एमईआईटीवाई में आयोजित इस दीक्षांत समारोह में एस. कृष्णन, सचिव, एमईआईटीवाई, भूवनेश कुमार, अतिरिक्त सचिव, एमईआईटीवाई, सुनीता वर्मा, समूह समन्वयक, अनुसंधान और विकास, ई एंड आईटी, विवेक खानेजा, कार्यकारी निदेशक, सी-डैक, नोएडा, मनु गुप्ता, अध्यक्ष, भारत खिलौना संघ, संजय मेहंदीरत्ता, प्रबंध निदेशक, खिलौना ज़ोन, विपिन निझवान, प्रबंध निदेशक, एस.आर. एंड सन्स और भावना मंडन, देश प्रबंधक, लेगो समूह, भारत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित हुए।