राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी), देहरादून (दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग – डीईपीडब्ल्यूडी, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत) ने दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए समर्पित गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) सहित छह संस्थानों के साथ महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर सचिव (दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग) राजेश अग्रवाल ने कहा, “आज एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है और हमें विश्वास है कि इन समझौतों का सकारात्मक प्रभाव निकट भविष्य में दिव्यांगजनों के जीवन में स्पष्ट दिखाई देगा।” यह साझेदारी आवश्यक संसाधनों और सहायता तक पहुंच सुनिश्चित करके दिव्यांगजनों की क्षमताओं और कल्याण को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (हल्द्वानी), राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) हरिद्वार, मैक्स अस्पताल देहरादून, गैर सरकारी संगठन प्रथम (मुंबई), राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ (एनएबी) दिल्ली और टॉर्चिट प्राइवेट लिमिटेड (अहमदाबाद) सहित अन्य संस्थानों के साथ हुए समझौता ज्ञापनों का उद्देश्य दिव्यांगजनों के कल्याण और उत्थान को बढ़ावा देना है।
यह साझेदारी आधुनिक प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मनोवैज्ञानिक सहायता, ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा, प्रौद्योगिकी तक आसान पहुंच, आधुनिक शिक्षण-अधिगम सामग्री का उपयोग और विशेष शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों के लिए तकनीकी प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी।