भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) के एक घटक बोर्ड, राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) ने आज आईएसओ 15189:2022 आवेदक प्रयोगशालाओं के लिए अपना नया मेडिकल एप्लिकेशन पोर्टल लॉन्च किया। यह ऑनलाइन पोर्टल एक वर्चुअल कार्यक्रम “”गोइंग लाइव” के दौरान जारी किया गया। यह ऑनलाइन पोर्टल, प्रत्यायन प्रक्रिया में सुगमता, दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एनएबीएल के मिशन में एक बड़ा कदम है।
नया एनएबीएल मेडिकल एप्लिकेशन पोर्टल मेडिकल प्रयोगशालाओं के वास्तविक संचालन को ध्यान में रखकर पुनः विकसित किया गया है। यह प्रयोगशालाओं को एक सुव्यवस्थित आवेदन प्रक्रिया, बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव, कम समय और अधिक सटीकता प्रदान करेगा। पोर्टल में कई सुधार शामिल हैं, जैसे पुनर्गठित एप्लिकेशन फ्लो, मानकीकृत टेम्पलेट्स, एक विस्तृत प्री-रजिस्ट्रेशन चेकलिस्ट, सरल और सहज यूज़र इंटरफ़ेस और मल्टी-यूज़र एक्सेस फीचर, जिसके माध्यम से प्रयोगशालाएँ अलग-अलग अधिकारों के साथ कई यूज़र्स को कार्य सौंप सकती हैं। इन सुविधाओं से डेटा एंट्री तेज़ होगी, निगरानी बेहतर होगी और पूरे मान्यता चक्र में जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
क्यूसीआई अध्यक्ष जक्षय शाह ने कहा कि नए पोर्टल के माध्यम से अब ऐसे कार्य, जिन्हें पूरा करने में पहले हफ़्तों या महीनों का समय लगता था, अब सिर्फ़ दो से तीन घंटे में पूरे हो सकेंगे। उन्होंने इसे भारत की क्वालिटी इकोसिस्टम में सबसे बड़े बदलावों में से एक बताते हुए कहा कि इसी मॉडल को अब अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जाएगा ताकि भारत की गुणवत्ता यात्रा में तकनीकी दक्षता, नवाचार और जवाबदेही को केंद्र में लाया जा सके।
एनएबीएल अध्यक्ष, डॉ. संदीप शाह ने कहा कि यह पोर्टल प्रत्यायन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है। मल्टी-यूज़र एक्सेस और सरल फीचर्स के साथ यह प्रयोगशालाओं के लिए ‘व्यापार में सुगमता’ को आसान बना रहा है और भारत की गुणवत्ता प्रणाली को मज़बूत करने की प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहा है।
इस पहल से पूरे देश की सैकड़ों मेडिकल प्रयोगशालाओं को लाभ मिलेगा। अब उन्हें आईएसओ 15189:2022 के अंतर्गत मान्यता के लिए एक पारदर्शी, कुशल और सहज डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध होगा। लॉन्च कार्यक्रम के दौरान पोर्टल का लाइव डेमो, उसकी विशेषताओं की विस्तृत जानकारी और देशभर की मेडिकल प्रयोगशालाओं के प्रतिभागियों के साथ एक इंटरैक्टिव प्रश्न-उत्तर सत्र भी आयोजित किया गया।